रायबरेली : जिले में जमीन कब्जे के मामले में ऊंचाहार से विधायक को क्लीन चिट मिलने के बाद अब खुलकर राजनीति गरमा गई है. इस मामले में रविवार को सपा के एक प्रतिनिधि मंडल रायबरेली पहुंचा. कमेटी ने शिकायतकर्ता परिवार से मुलाकात की और हर संभव न्याय दिलाने का भरोसा दिया है.
लोहिया वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष ने लगाये आरोप : प्रतिनिधि मंडल के सदस्य व लोहिया वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष रामकरण निर्मल ने आरोप लगाते हुए कहा कि विधायक को इसलिये क्लीन चिट दी गई क्योंकि उन्होंने सपा से दगा करके भाजपा का साथ दिया. भाजपा उनके इस कर्ज को अदा कर रही है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि ऊंचाहार के विधायक मनोज पांडे पहले सपा में थे. इन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का भरोसा तोड़ा, इन्हें सचेतक बनाया, लेकिन वह चेतक बनके बीजेपी में आये हैं. हम पीड़ितों से मिलकर न्याय दिलाने का काम करेंगे. उन्होंने कहा कि बगावत के बाद जितने भी दलबदलू हैं, उनके लिये सपा के दरवाजे हमेशा के लिये बन्द हैं.
यह था मामला :गौरतलब है कि ऊंचाहार के जगतपुर के टांगन गांव के कुछ लोग विधायक मनोज पांडे के खिलाफ जमीन कब्जे की शिकायत को लेकर धरने पर बैठे थे. जिले की प्रथम नागरिक जिला पंचायत अध्यक्ष रंजना चौधरी ने विकास भवन में जमीन कब्जे के मामले में धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों का साथ देते हुए विधायक के खिलाफ बयानबाजी की थी. इसके बाद 11 सदस्यों की प्रशासनिक टीम ने मौके पर जाकर जांच की तो विधायक मनोज पाण्डे को क्लीन चिट दे दी थी.