सीतामढ़ी: बिहार के सीतामढ़ी और उसके आसपास के जिलों के लिए केंद्र सरकार ने बड़ा तोहफा दिया है. इससे मां सीता की जन्मभूमि के लोगों में खुशी का माहौल है. दरअसल, केंद्र सरकार के द्वारा 45 हजार 553 करोड़ की लागत से 265 किलोमीटर रेल लाइन का दोहरीकरण किया जाएगा. सीतामढ़ी से अयोध्या आवागमन में श्रद्धालुओं को सुविधा होगी.
धरती से निकली थी माता सीताःपुनौरा धाम सीतामढ़ी जिले में स्थित है. पुराणों में लिखा है कि जब राजा जनक के राज्य में अकाल पड़ा था, तब ऋषि मुनियों के कहने पर उन्होंने हलेश्वरी यज्ञ किया था. राजा जनक ने हलेश्वर महादेव की भी स्थापना की थी. इसके बाद राजा जनक के राज्य में बारिश हुई थी.
हिन्दुओं के लिए आस्था का केंद्रः बारिश के बाद राजा जनक ने हलेश्वर स्थान से हल चलाया था. इसी दौरान पुनौरा धाम में धरती की गर्भ से माता सीता की उत्पत्ति हुई थी. इसलिए पुनौरा धाम को माता सीता की जन्मस्थली माना जाता है. हिन्दुओं के लिए यह आस्था का केंद्र है. पुनौरा धाम में लोग देश-विदेश से माता सीता का दर्शन करने आते हैं.
सरकार के फैसले से लोगों में उत्साहः कहा जाता है कि यहां जो भी भक्त सच्चे मन से आते हैं. माता उनकी सब मनोकामना पूरी करती है. स्थानीय लोगों की लगातार मांग थी कि पुनौरा धाम को अयोध्या रेल मार्ग से जोड़ा जाए. सरकार की घोषणा के बाद जिले के लोगों में खासा उत्साह है. लोगों का कहना है कि अब फिर से भगवान राम के साथ माता-सीता का गठजोड़ होगा.
लोगों ने पीएम-सीएम को दिया धन्यवादः स्थानीय काशीनाथ मिश्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम नीतीश कुमार को इसके लिए धन्यवाद दिया. कहा कि उन्होंने सीतामढ़ी का मान बढ़ाया है. मां जानकी की धरती के उत्थान के लिए बहुत बड़ा कदम है. यहां देश-विदेश से प्रयटक आते थे और निराश भाव से लौटते थे. सीतामढ़ी से अयोध्या तक यात्रा में काफी सुविधा होगी.