हिसार:हरियाणा में कांग्रेस की सिरसा सांसद कुमारी शैलजा ने मुख्यमंत्री नायब सैनी को पत्र लिखकर नहरों के पुलों पर सुरक्षा की दीवार बनवाने, रेलिंग और रिफ्लेक्टर लगाने की मांग की है. कुमारी शैलजा ने लिखा है कि रेलिंग नहीं होने के चलते हादसों के मामलों में इजाफा हो रहा है और लोगों की जान जा रही है. उन्होंने मांग की है कि लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. साथ ही शैलजा ने फतेहाबाद जिले के गांव सरदारेवाला के समीप भाखड़ा नहर में गाड़ी गिरने से मरने वाले 12 लोगों के परिजनों को 50-50 लाख रुपये देने की भी मांग की है.
'टूटी नहरों और पुलों का किया जाए निर्माण': शैलजा ने लिखा है कि उनके सिरसा लोकसभा क्षेत्र के फतेहाबाद के गांव सरदारेवाला के समीप एक गाड़ी के भाखड़ा नहर में गिरने से 12 लोगों की मौत हो गई. अगर सिंचाई विभाग ने लोगों की मांग पर पहले संज्ञान लिया होता तो हादसा होने से रोका जा सकता था. सिरसा और फतेहाबाद जिले से होकर गुजरने वाली भाखड़ा नहर पर कई पुल है. यहां पर या तो सुरक्षा की दीवार है ही नहीं या टूटी पड़ी है. रेलिंग नहीं है. इस जगह पर रिफ्लेक्टर तक नहीं लगाए गए. वहीं, सिरसा के गांव लोहगढ़ क्षेत्र से गुजरने वाली सरहिंद नहर के पुल की रेलिंग भी टूटी पड़ी है. इस ओर संबंधित अधिकारियों ने कोई ध्यान नहीं दिया. जबकि लोगों ने खुद कई बार अधिकारियों को अवगत कराया था. इसके बावजूद भी इतनी बड़ी लापरवाही बरती गई है.
'हादसों के लिए लापरवाह अधिकारी जिम्मेदार': सांसद ने कहा कि सिरसा जिला के गांव ओढ़ां में पीर खेड़ा नहर के पुल पर भी रेलिंग टूटी हुई है. इसके साथ ही गांव लोहागढ़ के समीप से होकर गुजरने वाली सरहिंद के पुल पर भी रेलिंग नहीं है. अगर देखा जाए तो इस तरह के सभी हादसे अधिकारियों की लापरवाही का ही नतीजा है. नहरों में जहां पर गहराई ज्यादा है, वहां पर रेलिंग और रिफ्लेक्टर जरूर लगाए जाएं. कुछ नहर पर नहाने के लिए लोगों ने लंबे समय से अपने हिसाब से स्पाट विकसित किए हैं, जहां पर हादसे होते हैं.