हापुड़ : सिंभावली शुगर मिल का मालिकाना हक बदलने के बाद जनपद के किसानों में हड़कंप मचा हुआ है. किसानों ने सिंभावली शुगर मिल पर शनिवार को अर्धनग्न होकर सड़क पर प्रदर्शन किया. किसानों का कहना है कि जब तक बकाया गन्ना भुगतान नहीं किया जाएगा तब तक किसानों का धरना जारी रहेगा.
इस पूरे मामले पर सिंभावली शुगर मिल के जीएम कर्ण सिंह ने बताया कि मिल ने बैंक से लोन लिया था. हम लोन को पूरी तरह से चुकता नहीं कर पाए. बैंक नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) में चला गया, जिसमें एक आदेश आया जिसमें उन्होंने आईआरपी नियुक्त कर दिया है. अभी आईआरपी ने अभी ज्वॉइन तो नहीं किया है. ऐसी जानकारी हमें मिली है. इसमें तीनों बैंकों का मिलकर करीब ढाई सौ करोड़ के लगभग पैसा होगा. किसानों के गन्ना भुगतान पर जीएम ने कहा कि पिछले सीजन में 15 जनवरी तक का गन्ना जो हमने क्रय किया था. वहां तक का भुगतान हम दे चुके हैं. वर्तमान में 16 से लेकर 23 जनवरी तक का भुगतान हम देने की तैयारी कर रहे हैं. कर्मचारी जो हड़ताल पर गए हैं उनसे भी वार्ता की गई है.
भारतीय किसान यूनियन संघर्ष के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरनजीत सिंह गुर्जर ने कहा कि यह आदेश आया है कि जो सिंभावली मिल ने कई सौ करोड़ रुपए बैंकों का लोन ले रखा था. यह चुका नहीं पाए. इसमें बैंक कोर्ट चले गए और न्यायालय ने यह आदेश कर दिया कि कंट्रोलर वहां बैठा दिया गया है और मिल से जैसे पैसा निकाल सकता हो अपना पैसा निकालना है, लेकिन चिंता का विषय यह है बैंक का कोर्ट का आदेश हो गया है. कंट्रोलर वहां आ गया है. बैंक को अपना पैसा मिल जाएगा, लेकिन किसानों का कंट्रोल कौन देखेगा. किसानों को कौन बताया कि उनका पैसा कौन देगा? जब तक किसानों का पैसा नहीं मिलेगा तो किसान आंदोलन जारी रहेगा.