शिवपुरी :शिवपुरी जिले के कोलारस विधानसभा क्षत्र की ग्राम पंचायत रिनाय में सरकारी राशन की दुकान पर हितग्राहियों को गेहूं और चावल मिलाकर वितरण किया गया. हितग्राही यह नहीं समझ पा रहे हैं कि इस अनाज को चावल की तरह पकाकर खाएं या फिर गेहूं की तरह पिसवाएं. मिले हुए चावल और गेहूं वितरण करने का वीडियो ग्रामीणों ने सोशल मीडिया पर वायरल किया है. अनाज वितरण के दौरान ग्रामीणों ने काफी हो-हल्ला किया, लेकिन राशन दुकान संचालक ने इसे गंभीरता से नहीं लिया.
क्या आपने कभी गेहूं-चावल की खिचड़ी खाई है, लोगों ने पूछा- इसे बनाएं कैसे
मध्यप्रदेश की सरकारी राशन दुकानों पर मनमानी की कई घटनाएं सुनी होंगी. अब शिवपुरी जिले का वीडियो काफी चर्चा में है.
By ETV Bharat Madhya Pradesh Team
Published : Nov 11, 2024, 12:39 PM IST
ग्राम पंचायत रिनाय की उचित मूल्य की सरकारी दुकान पर 10 नवम्बर को अक्टूबर माह का राशन वितरित किया गया. राशन वितरण के दौरान हितग्राहियों को गेहूं और चावल दोनों का अलग-अलग वितरण किया जाना था. हितग्राहियों का आरोप है "कंट्रोल संचालक अर्जुन जाटव ने चावल और गेहूं दोनों मिलाकर वितरित किए." ग्रामीणों का कहना है कि गेहूं-चावल मिलाकर देने से पूरा राशन खराब हो गया है. अगर इस राशन को पिसवाते हैं तो आटा खराब हो जाएगा और चावल भी नहीं बनाए जा सकते.
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राशन के नाम पर झाड़न बांटने का आरोप
हितग्राहियों का कहना है"उन्हें राशन के नाम पर झाड़न बांटी गई है. इस बार कंट्रोल संचालक ने हमें गेहूं और चावल के स्थान पर आखिरी में बचा हुआ गेहूं और चावल का मिला हुआ कचरा जैसा राशन दिया है." हितग्राही नीतेश कुशवाह का कहना है "यह राशन किसी काम का नहीं है." वहीं, सरकारी दुकान संचालक अर्जुन जाटव का कहना है "वाहन में राशन लाते समय कुछ गेहूं और चावल मिल जाते हैं. इस राशन को मैं कहां ले जाऊंगा. ऐसे में मैंने सभी हितग्राहियों को कुछ-कुछ किलो मिला हुआ गेहूं-चावल दिया है.ठ