शिवपुर चरचा नगर पालिका अध्यक्ष की चली गई कुर्सी, लालमुनि यादव के अविश्वास समर्थन में पड़े 12 वोट - Lalmuni Yadav lost her chair - LALMUNI YADAV LOST HER CHAIR
Lalmuni Yadav lost her chair छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार जाने के बाद अब नगर पालिका में भी घमासान मचा हुआ है.इसी कड़ी में कांग्रेस के हाथ से शिवपुर चरचा नगर पालिका की कुर्सी चली गई है.कांग्रेस अध्यक्ष के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव पास हो गया है.
शिवपुर चरचा नगर पालिका अध्यक्ष की चली गई कुर्सी (ETV Bharat Chhattisgarh)
शिवपुर चरचा नगर पालिका में सियासी बवाल (ETV BHARAT)
कोरिया :नगर पालिका शिवपुर चरचा की अध्यक्ष लालमुनि यादव के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पास हो गया है.अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 12 और विपक्ष में मात्र 3 मत पड़े. अपर कलेक्टर और पीठासीन अधिकारी अंकिता सोम की मौजूदगी में शुक्रवार को अविश्वास प्रस्ताव के लिए सम्मिलन आयोजित किया गया था. बर्खास्त नगर पालिका अध्यक्ष लालमुनि यादव कांग्रेस समर्थित थीं.
नगर पालिका में कांग्रेस को बहुमत है. गहमा-गहमी के बीच अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग हुई. अध्यक्ष लालमुनि यादव के खिलाफ बीजेपी समर्थित नगर पालिका उपाध्यक्ष राजेश सिंह सहित अन्य 4 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव लाने कलेक्टर कोरिया को पत्र सौंपा था.
क्यों लाया गया अविश्वास प्रस्ताव :कांग्रेस पार्षद अध्यक्ष की कार्यप्रणाली और मनमानी से नाराज थे. अविश्वास प्रस्ताव के पूर्व मौके पर मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल और विधायक भैयालाल राजवाड़े भी चरचा पहुंच गए थे. वहीं कांग्रेस की ओर से पूर्व विधायक अंबिका सिंहदेव सहित जिलाध्यक्ष प्रदीप गुप्ता और अन्य नेता भी चरचा पहुंचे थे. इस दौरान मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि चरचा नगर पालिका में जिस प्रकार से जनता और पार्षदों की जिस तरह से उपेक्षा हुई है, कोई काम नहीं हुए, इससे जनता नाराज थी.
किसके पक्ष में कितने पड़े वोट :पीठासीन अधिकारी की मौजूदगी में अविश्वास प्रस्ताव के सम्मिलन की प्रक्रिया 12 बजे से शुरू की गई. सम्मिलन में सभी 15 पार्षद नगर पालिका पहुंचे.अविश्वास मत के पक्ष में 12 मत पड़े. नगर पालिका शिवपुर-चरचा के 15 वार्डों में से 8 में कांग्रेस, 5 में बीजेपी और 2 में निर्दलीय पार्षदों ने जीत हासिल की है.कांग्रेस के 8 में से 5 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया. अविश्वास प्रस्ताव लाने के बाद से ही कांग्रेस के 3 पार्षद और निर्दलीय पार्षद गायब हो गए थे और फोन बंद कर लिया था.वोटिंग के पहले सभी पार्षद चरचा पहुंच गए थे.
''लोगों ने नगर सरकार को बदलने का दबाव बनाया. इसके लिए अविश्वास प्रस्ताव में एकतरफा 12-3 से कांग्रेस पराजित हुई है. नगर पालिका शिवपुर-चरचा के वर्तमान कार्यकारिणी का कार्यकाल करीब ढाई साल बचा है. यहां 2026 दिसंबर में चुनाव होना है. प्रदेश के अन्य निकायों में दिसंबर 2024 में चुनाव होने हैं, लेकिन शिवपुर-चरचा का चुनाव दिसंबर 2026 में होगा.''-श्यामबिहारी जायसवाल, मंत्री छग शासन
अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के पूर्व नगर पालिका की बेरिकेटिंग की गई थी. सुरक्षा के लिए जवानों को तैनात किया गया था. बीजेपी ने नगर पालिका अध्यक्ष की बर्खास्तगी पर जश्न मनाया. माना जा रहा है कि अब बीजेपी का नगर पालिका पर कब्जा हो जाएगा. शिवपुर-चरचा नगर पालिका की दलीय स्थिति की बात करें तो 5 बीजेपी , 2 निर्दलीय और कांग्रेस के 8 पार्षद हैं.