शिवनाथ नदी में मछलियों की मौत का मामला, हाईकोर्ट ने छत्तीसगढ़ के चीफ सेक्रेटरी से मांगा जवाब - Shivnath river fishes death Case - SHIVNATH RIVER FISHES DEATH CASE
छत्तीसगढ़ के मुंगेली के शिवनाथ नदी में लाखों मछलियों की मौत फिर कुछ मवेशियों की मौत मामले में बिलासपुर हाईकोर्ट ने संज्ञान लिया है. कोर्ट ने छत्तीसगढ़ के चीफ सेक्रेटरी सहित 7 अधिकारियों से जवाब मांगा है.
मुंगेली: शिवनाथ नदी में लाखों मछलियों और मवेशियों की मौत के मामले में छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने संज्ञान लिया है. मुंगेली जिला के मोहभट्टा के पास स्थित भाटिया वाइन्स से घटिया स्पिरिट को शिवनाथ नदी में बहाया गया था. जिससे लाखों मछलियों की मौत हुई थी. इस पर हाईकोर्ट ने छत्तीसगढ़ के चीफ सेक्रेटरी सहित 7 अधिकारियों से जवाब मांगा है.
डिवीजन बेंच ने जारी किया नोटिस: चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा और जस्टिस रविंद्र कुमार अग्रवाल की डिवीजन बेंच ने मामले में छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव से जवाब मांगा है. डिवीजन बेंच ने इस मामले में आबकारी विभाग, पर्यावरण विभाग के मुख्य सचिव, मुंगेली कलेक्टर, एसपी, आबकारी उपायुक्त समेत 7 लोगों को पक्षकार बनाया है.
जानिए क्या है मामला: बिलासपुर-रायपुर रोड पर मोहभट्टा गांव में निजी कंपनी का प्लांट लगा हुआ है. यहां के ग्रामीणों का आरोप है कि प्लांट से घटिया क्वॉलिटी की जहरीली स्पिरिट को शिवनाथ नदी में प्रवाहित करने से 4 दिन पहले यानी कि गुरुवार को लाखों मछलियां मर गई. मामले में पर्यावरण संरक्षण मंडल ने खजरी गांव के पास शिवनाथ नदी में जमा जहरीले पानी का सैंपल भी लिया है.
ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव के पहले दी थी चेतावनी:निजी कंपनी के प्लांट से निकलने वाली स्पिरिट के दुर्गंध और प्रदूषण से परेशान गांव वालों ने लोकसभा चुनाव के दौरान चुनाव बहिष्कार करने की चेतावनी भी प्रशासन को दी थी. इसमें धूमा, खजरी और मोहभट्टा के ग्रामीण शामिल थे. मतदान के ठीक पहले हरकत में आई जिला प्रशासन के अधिकारियों ने ग्रामीणों के सामने निजी कंपनी के प्लांट के प्रबंधकों को गंदा पानी बाहर छोड़ने से मना किया था. तब कहीं जाकर अफसरों की समझाइश के बाद नाराज ग्रामीणों ने मतदान में हिस्सा लिया था.