श्योपुर। भारत की धरती पर जन्मे चीतों के शावक को आज कूनो नेशनल पार्क में एक वर्ष पूरा हो चुका है. चीता के जन्मोत्सव पर एमपी के कूनो नेशनल पार्क ने एक शॉर्ट फिल्म भी जारी की है. जिसमें किस तरह इस चीता शावक को पूरे एक वर्ष तक बचाया है. जिसकी खुशी में वन विभाग और कूनो की टीम सहित ग्रामीण लोग मिठाई खिलाकर खुशियां मना रहे हैं. यह शावक मादा चीता है. जिसका नाम मुखी रखा गया है.
शावक चीता के एक साल पूरे होने पर खुशी की लहर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर 17 सितंबर 2022 को नामीबिया से लाई गई मादा चीता ज्वाला ने पहली बार भारत की धरती पर चार शावकों को 29 मार्च 2023 को जन्म दिया था. इसमें से तीन की मौत हो गई थी. एक शेष बचा है. यह शावक मादा चीता है. जो अब 29 मार्च को एक साल का हो चुका है. वह पूरी तरह स्वास्थ्य है. इसकी खुशी कूनो प्रबंधन द्वारा मिठाई वितरण कर मनाई जा रही है. बता दें ज्वाला ने चार शावकों को जन्म दिया था. भीषण गर्मी के चलते दो माह बाद ही तीन शावकों की मौत हो गई थी. एक मात्र जीवित बचे शावक को उस समय बमुश्किल से विशेषज्ञों की निगरानी में उपचार के बाद बचाया जा सका था.
कूनो प्रबंधन ने शावक का नाम रखा 'मुखी'
अभी कूनो नेशनल पार्क में यह फीमेल चीता (शावक) पूरे एक साल का हो चुका है और यह शिकार भी करने लगा है. कूनो प्रबंधन ने एक शॉर्ट फिल्म भी शेयर की है. जिसमें चीते को बचाने के लिए किस तरह इंतेजाम किये गए हैं. जिनकी फोटो वीडियो बनाई गई है. एक वर्ष के शावक का नाम भी आज कूनो प्रबंधन द्वारा रख दिया गया है. यह मादा शावक आज साढ़े 10 माह की हो चुकी है. जिसका नाम मुखी (MUKHI) रखा गया है. इसकी देखभाल करने वाले फील्ड स्टाफ इसे प्यार से मुखी कहते हैं. मुखी उम्मीद और मजबूत संकल्प का प्रतीक बन गई है.
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