लखनऊ : राजधानी के विकास नगर पावर हाउस के पास बीते सोमवार को एक सड़क अचानक धंस गई थी. जल निगम के अधिकारियों के मुताबिक, यहां की सीवर लाइन जवाहर लाल नेहरू अर्बन रिन्यूअल मिशन के तहत साल 2010 में बिछाई गई थी. उनका मानना है कि सीवर लाइन 30 साल चलनी चाहिए थी, वह 15 साल से भी कम समय में खराब हो गई है. जल निगम अब एक बार फिर 30 करोड़ रुपये खर्च करके विकास नगर में नए सिरे से सीवर लाइन बिछाएगा. बार बार सड़क धंसने से कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं.
जलकल विभाग के महाप्रबंधक कुलदीप सिंह बताते हैं कि सीवर लाइन कम से कम 30 साल की जरूरतों को पूरा करने के लिए डिजाइन की जाती है. विकासनगर में जवाहर लाल नेहरू नेशनल अर्बन रिन्युअल मिशन के तहत 2010 में लाइन डाली गई थी. करीब 15 साल में ही ये खराब हो गई है. लाइन जल निगम ने डाली थी.
लखनऊ में सड़क धंसने का मामला; 2010 में डाली गई थी सीवर लाइन, 15 साल में ही हो गई खराब - VIKAS NAGAR ROAD COLLAPSE CASE
जल निगम फिर 30 करोड़ रुपये खर्च करके नए सिरे से बिछाएगा सीवर लाइन.
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team
Published : Dec 18, 2024, 10:46 PM IST
जल निगम के मुख्य अभियंता शमीम अख्तर का कहना है कि अभी तक जो तथ्य सामने आए, उससे पता चला कि सीवर लाइन पर क्षमता से अधिक लोड है. जल निगम नगरीय के एमडी रमाकांत पांडेय कहते हैं कि सीवर लाइन किस कारण फट रही हैं, इसका सही कारण तो नहीं पता है. लेकिन कहा जा रहा है कि इस पर क्षमता से अधिक लोड है, इससे गैस ज्यादा बन रही है और वह पाइप को खराब कर रही है.
जल निगम के एक इंजीनियर बताते हैं कि क्षमता से अधिक लोड हो तो भी पाइप इतनी जल्द खराब नहीं होती है. कंक्रीट 100 साल चलता है. विकासनगर में ही ऐसा मामला क्यों बार-बार सामने आ रहा है. शहर में ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया, जहां पर इस तरह सीवर की पाइप फटने से सड़क धंसी हो, बाकी जो मामले आए, उनमें मैनहोल चैंबर में लीकेज से सड़क धंसी थी.
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नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने बताया कि करीब डेढ़ किमी के दायरे में खराब सीवर लाइन को बदला जाएगा. यह काम किस तकनीकी से होगा, यह जल निगम तय करेगा. जल निगम नगरीय के एमडी रमाकांत पांडेय ने बताया कि सीवर लाइन को बदलने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था. इस पर करीब 30 करोड़ रुपये खर्च होंगे. प्रस्ताव को मंजूर किया जा रहा है. ऐसे में पूरी लाइन को दुरुस्त कराया जाएगा.
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