बाराबंकी: पौराणिक श्री लोधेश्वर महादेवा में सात दिवसीय महोत्सव का पूरे विधि विधान से शुक्रवार को शुभारंभ हो गया. जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने महादेवा पहुंचकर बैंड की मधुर धुनों के बीच विश्व कल्याण द्वार पर फीता काटकर और भोलेनाथ के दरबार में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पूजा-अर्चना कर महोत्सव का शुभारंभ किया. शिवोहम् की थीम पर इस बार आयोजित हो रहा महादेवा महोत्सव बहुत ही खास है.
बाराबंकी जिला मुख्यालय से करीब 30 किमी दूर लखनऊ-गोंडा हाइवे पर स्थित रामनगर तहसील से करीब 4 किमी दूर लोधेश्वर महादेव मंदिर बहुत ही प्राचीन है. fMMS महाभारत में कई प्रकरण हैं. पुराणों में इस प्राचीन मंदिर का उल्लेख है. हर वर्ष महाशिवरात्रि के मौके पर लाखों कांवरिये दूर दराज से आकर यहां शिवलिंग पर जलाभिषेक करते हैं और अपनी मनोकामनाएं पाते हैं. इसके अलावा हर वर्ष परम्परागत रूप से यहां कई दिनों तक अगहनी मेला लगता है. जिसे महादेवा महोत्सव कहा जाता है. इसी महोत्सव का शुक्रवार को पूरे विधि विधान से शुभारम्भ हुआ.
शुक्रवार 29 नवम्बर से शुरू हुआ यह महोत्सव 5 दिसम्बर तक चलेगा. हर रोज यहां के सांस्कृतिक पंडाल में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा. महादेवा महोत्सव में इस बार कई सांस्कृतिक कार्यक्रम आकर्षण का केंद्र रहेंगे. इसके साथ ही महादेवा महोत्सव में पशु बाजार, खेल प्रतियोगिताएं व अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जा रहा है. इस महादेवा महोत्सव की धूम प्रदेश में ही नहीं बल्कि देश भर में रहती है. दूर-दूर से लोग इस महोत्सव में शामिल होने के लिए पहुंचते हैं. प्रशासन के द्वारा महोत्सव का आयोजन प्रतिवर्ष कराया जाता रहा है. महादेवा महोत्सव को भव्य व दिव्य बनाने के लिये महीनों पहले से तैयारियां की जाती हैं.
इस बार महोत्सव का खास आकर्षण लोकगायक जमुना प्रसाद कनौजिया के मधुर गीत जहां दर्शकों को आनंदित करेंगे तो वहीं कठपुतली का नृत्य,राई नृत्य, आल्हा, इंडियन आइडल म्यूजिक कंसर्ट,स्थानीय कवियों का कवि सम्मेलन, सुर संगीत संध्या और मानस कार्यक्रम के आयोजन होंगे. यही नहीं वालीबाल प्रतियोगिता और दंगल के भी आयोजन होंगे.