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4 लाख लेकर फर्जी वीजा से भेजा सिंगापुर, इमिग्रेशन एजेंट सहित तीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज - case against 3 in Fake Visa Case

श्रीगंगानगर में फर्जी वीजा से सिंगापुर भेजने और 4 लाख रुपए की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है. फर्जी वीजा पकड़ में आने के बाद अब पुलिस ने पीड़ित की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

Case of fraud by sending people abroad with fake visa
फर्जी वीजा से विदेश भेज ठगी का मामला (ETV Bharat Sriganganagar)

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : May 3, 2024, 7:12 PM IST

श्रीगंगानगर. फर्जी वीजा से सिंगापुर भेजने के आरोप में पुलिस ने एक महिला सहित तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. श्रीगंगानगर की कोतवाली थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के साथ ही मामले की जांच भी शुरू कर दी है. एसपी गौरव यादव ने बताया कि अनूपगढ़ जिले के रामसिंहपुर क्षेत्र के वार्ड नंबर 7 में रहने वाले प्रशांत पुत्र विनोद कुमार ने कुलदीप राय, प्रेम और एलेना सईद के खिलाफ 4 लाख रुपए की धोखाधड़ी करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करवाया है.

पढ़ाई के साथ-साथ काम दिलवाने का भी दिया था लालच:प्रशांत ने बताया कि उसके बचपन के दोस्त जगमीत सिंह ने उसको बताया था कि सिंगापुर में स्टडी वीजा लग रहा है. श्रीगंगानगर में आदर्श नगर स्थित जेएमडी इमीग्रेशन का एजेंट कुलदीप बिना आईलेट्स के विदेश भेज देगा और वहां पर शिक्षा के साथ-साथ काम भी दिला देगा. इसके बाद वे श्रीगंगानगर स्थित आरोपियों के कार्यालय में पहुंचे. जहां आरोपियों ने उसे और उसके दोस्त को आश्वासन दिया कि वह उनको सिंगापुर भिजवा देंगे.

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इस दौरान कुलदीप ने मोबाइल के माध्यम से नई दिल्ली निवासी एलिना सैयद से बात करवाई. इसके बाद कुलदीप ने उनसे पासपोर्ट और शिक्षा से संबंधित दस्तावेज ले लिए. इस दौरान उसने 35000 रुपए का ऑनलाइन भुगतान भी कर दिया. प्रशांत ने बताया कि कुलदीप राय और प्रेम ने उससे और उसके मित्र जगमीत सिंह से अलग-अलग समय में कुल 400000 ले लिए. इसके बाद उन्हें सिंगापुर भेज दिया.

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सिंगापुर से उन्हें भेजा वापस: सिंगापुर में पहुंचने के बाद इमीग्रेशन वालों ने उन्हें बताया कि उनका वीजा फर्जी है. इमीग्रेशन डिपार्टमेंट द्वारा उन्हें वापस भारत भेज दिया गया. जब उन्होंने वापस आकर आरोपियों से संपर्क किया, तो उन्होंने अपनी गलती स्वीकार करते हुए कहा कि वह उन्हें फिर से सिंगापुर भेज देंगे. लेकिन पीड़ितों को वापस सिंगापुर नहीं भेजा और आरोपियों ने 400000 रुपए भी वापस नहीं लौटाए. पुलिस ने बताया कि एसआई स्वर्ण सिंह इस मामले की जांच कर रहे हैं.

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