कुल्लू: श्रावण मास को सावन के महीना के नाम से जाना जाता है. इस महीने को हिन्दू धर्म में पवित्र माह के रूप के तौर पर देखा जाता है. इसे महादेव के लिए समर्पित माना गया है. इस महीने में भगवान भोलेनाथ की विशेष पूजा होती है. भक्तों का तांता शिव मंदिरों में लगा रहता है. इस माह के हर सोमवार को शिवजी की विशेष पूजा होती है.
भगवान भोलेनाथ को प्रिय श्रावण मास 22 जुलाई से शुरू हो रहा है. ऐसे में भगवान भोलेनाथ के भक्त व्रत का भी आयोजन करते हैं और भगवान शिव को पूजा आराधना से प्रसन्न करते हैं. वहीं, धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अगर कोई भक्त इस महीने भगवान शिव की विधि विधान के साथ पूजा करता है, तो उसे दुख और संकट से छुटकारा मिल जाता है. ऐसे में अगर भक्त भगवान शिव की पूजा अर्चना के समय कुछ चीजों का खास ख्याल रखें, तो माना जाता है कि उन्हें भगवान शिव का आशीर्वाद हासिल होता है.
ऐसे करें शिवलिंग का जलाभिषेक
आचार्य दीप कुमार का कहना है कि, श्रावण मास के हर सोमवार को भगवान शिव का जलाभिषेक किसी तीर्थ स्थल या गंगा जल से किया जाए, तो इससे भी भक्त को मोक्ष की प्राप्ति होती है. इसके अलावा शिवलिंग पर लगातार जल चढ़ाने से परिवार में सुख शांति बनी रहती है. अगर कोई व्यक्ति अपने आप को कमजोर या बीमार महसूस करता है तो उसे शिवलिंग पर गाय का शुद्ध घी चढ़ाना चाहिए, जिससे उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूती मिलती है. इसके अलावा शिवलिंग पर दहीं चढ़ाने से भी धन संपत्ति से भक्तों को लाभ मिलता है और परिवार में खुशहाली बनी रहती है. भगवान शिव को कुश का जल या फिर सुगंधित इतर चढ़ाने से भी व्यक्ति के रोग दूर होते हैं.
इन चीजों का चढ़ाएं चढ़ावा
आचार्य दीप कुमार का कहना है कि अगर सोमवार के दिन भगवान शिव का गन्ने के रस से अभिषेक किया जाए, तो इससे सांसारिक सुख भक्तों को मिलता है. वहीं, शिवलिंग पर दूध चीनी मिश्रित जल चढ़ाने से भी बच्चों का दिमाग तेज होता है और उन्हें परीक्षा में सफलता मिलती है. शिवलिंग पर बिल पत्र के पत्ते चढ़ाने से शनि ग्रह के दुष्प्रभाव से भी मुक्ति मिलती है. इसके अलावा भगवान शिव को गेहूं चढ़ाने से आज्ञाकारी पुत्र की प्राप्ति होती है और वंश में वृद्धि होती है. सोमवार को भगवान भोलेनाथ को जौ चढ़ाने से भी कष्ट दूर होते हैं और तिल चढ़ाने से पापों का नाश होता है. शिवलिंग पर चावल चढ़ाने से भक्त के घर में धन-धान्य की कभी कमी नहीं होती है.
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