नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के नेता व दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना पर बिना अनुमति अवैध तरीके से 1100 पेड़ कटवाने का आरोप लगाया है. सौरभ भारद्वाज का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट में दायर एक याचिका की सुनवाई के दौरान यह बात सामने आई है. सौरभ भारद्वाज ने मामले में उपराज्यपाल से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने के साथ ही उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है.
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि छतरपुर वन क्षेत्र में फरवरी में 1100 पेड़ काट दिए गए. ये पेड़ बिना अनुमति के काटे गए. पेड़ काटने के बाद सुप्रीम कोर्ट में अनुमति के लिए अपील की गई. सुप्रीम कोर्ट ने पेड़ काटने की अनुमति नहीं दी. इसी बीच दो गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की कि छतरपुर वन क्षेत्र में 1100 पेड़ काट दिए गए. सुप्रीम कोर्ट ने डीडीए के वाइस चेयरमैन पर क्रिमिनल कंटेम्प्ट लगा दिया.
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उन्हें कोर्ट के सामने उपस्थित होने के लिए भी कहा गया. कोर्ट ने पूछा कि पेड़ काटने की डायरेक्शन किसकी थी. इस पर कोर्ट को स्पष्ट जवाब नहीं दिया जा रहा था. कोर्ट ने कागज पढ़े तो सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान आज पता चला कि उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने पेड़ काटने के आदेश दिए थे. उप-राज्यपाल दिल्ली डेवलपमेंट अथॉरिटी के अध्यक्ष होते हैं. आज दिल्ली में लोग जलवायु परिवर्तन की वजह से परेशान हैं वहीं दूसरी ओर बिना अनुमति 1100 पेड़ काट दिए गए.
नैतिकता के आधार पर मांगा इस्तीफा
मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि नैतिकता की बात करने वाले दिल्ली के उपराज्यपाल ने हम लोगों के 1100 पेड़ चोरी से कटवा दिए. कहा कि उपराज्यपाल हेड ऑफ़ द स्टेट हैं लेकिन फैसले लेने का अधिकार सरकार के पास है. लेकिन उपराज्यपाल लगातार आदेश दे रहे हैं. इनको संवैधानिक पद की इम्यूनिटी नहीं मिल सकती. उपराज्यपाल के खिलाफ मुकदमा होना चाहिए और सजा मिलनी चाहिए. हम लोग एक-एक पेड़ लगाने का प्रयास कर रहे हैं, वहीं उपराज्यपाल ने पेड़ कटवा दिए और कोर्ट को गुमराह किया. आज कोर्ट ने उनका एक्सपोज किया. नैतिकता के आधार पर उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए.
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