पाकुड़ःकेकेएम कॉलेज हॉस्टल में छात्रों और पुलिसकर्मियों के बीच हिंसक झड़प मामले में राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के सख्त रूख और झारखंड विधानसभा में बीजेपी के विधायकों द्वारा मामला उठाए जाने के बाद पुलिस प्रशासन रेस हो गया है. मामले में संथाल परगना रेंज के डीआईजी संजीव कुमार जांच करने के लिए पाकुड़ पहुंचे. इस दौरान डीआईजी केकेएम कॉलेज के हॉस्टल भी पहुंचे और छात्रों से बातचीत की.
तकरीबन आधे घंटे तक छात्रावास में आदिवासी छात्रों से घटना के बारे में डीआईजी ने पूछताछ की.इस दौरान मीडिया और कनीय पुलिस पदाधिकारियों को दूर रखा गया था. पाकुड़ एसपी की मौजूदगी में डीआईजी ने छात्रावास के छात्रों से पूछताछ की और उसके बाद मीडिया से जानकारी साझा की गई.
दोषियों पर होगी सख्त कार्रवाई-डीआईजी
डीआईजी संजीव कुमार ने बताया कि जांच के दौरान नगर थाना प्रभारी और पुलिस पदाधिकारी की लापरवाही सामने आई है और दोनों को निलंबित कर दिया गया है.डीआईजी ने बताया कि मामले में अभी जांच जारी है. उन्होंने यह भी कहा कि जिन लोगों ने कानून को हाथ में लिया है उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी.
डीआईजी ने एसपी से ली घटना की जानकारी
वहीं इसके पूर्व डीआईजी संजीव कुमार ने पाकुड़ एसपी प्रभात कुमार से घटना और उसके बाद की गई कार्रवाई की विस्तार पूर्वक जानकारी ली. साथ ही इस दौरान एसपी को कई दिशा निर्देश दिए गए
ज्ञात हो कि मामले में पाकुड़ पुलिस का कहना है कि एक व्यक्ति के अपहरण के मामले की मिली सूचना की सत्यता की जांच करने नगर थाने की पुलिस केकेएम कॉलेज पहुंची थी, जहां पहले दौर में पुलिस और छात्रों के साथ झड़प हुई थी.कुछ देर बाद फिर नगर थाने की पुलिस पहुंची और दोनों पक्षों के बीच हिंसक झड़प हुई थी. जिसमें पुलिस पदाधिकारी, जवान और कई छात्र घायल हुए थे. वहीं छात्रों का अलग आरोप है. घटना में कई छात्र घायल हो गए थे, जनमें गंभीर रूप से घायल दो छात्रों का इलाज दुमका अस्पताल में चल रहा है.