लखनऊः निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल “निषाद पार्टी” के नौवें स्थापना दिवस कार्यक्रम में राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ संजय कुमार निषाद ने पार्टी की आगामी रणनीतियों पर चर्चा की. उन्होंने कार्यकर्ताओं को आगामी विधानसभा चुनाव में एनडीए के समर्थन में प्रचार-प्रसार करने के साथ ही सभी सीटों पर एनडीए की जीत दर्ज कराने का आह्वान किया. कार्यकर्ताओं को आश्वस्त करते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव 2022 के दौरान कटेहरी और मझवां सीट पर अपने सिंबल पर चुनाव लड़ा था. उपचुनाव भी निषाद पार्टी दोनों सीटों पर अपने सिंबल पर चुनाव लड़ेगी.
संजय निषाद ने कहा कि निषाद पार्टी का गठन मझवार आरक्षण, मछुआ समाज के अन्य मुद्दों को लेकर हुआ था और आज भी पार्टी अपने मुद्दे पर अडिग है. आरक्षण के मुद्दे पर केंद्र व राज्य सरकार से लगातार वार्ता जारी है. भाजपा शीर्ष नेतृत्व से हुए हर मुलाकात में आरक्षण के मुद्दे पर वार्ता जरूर हुई है. निषाद पार्टी आरक्षण के मुद्दे पर प्रदेशभर में हस्ताक्षर अभियान चलाएगी. रिपोर्ट को केंद्र व राज्य सरकार के समक्ष रखेगी.
हर मुद्दे का हल होगा, आज नहीं तो कल होगाःकार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए संजय निषाद ने कहा कि महाभारत में पांडवों की मेहनत का नतीजा था कि भगवान खुद उनके पक्ष में खड़े हुए. आज आप मेरे सभी कार्यकर्ता मेहनत कर रहे हैं, तो मैं आप सभी को आपका नेता नहीं भाई, आपका बेटा होने के नाते विश्वास दिलाना चाहता हूं कि आपके हर मुद्दे का हल होगा, आज नहीं तो कल होगा. सौगंध मुझे महाराजा गुह्यराज निषाद जी कि अगर मैं आपके हक-हकूक दिलवाने में विफल रहा तो आप सभी के सामने आकर अपनी हार स्वीकार करूंगा, लेकिन आपको मुझ पर विश्वास रखना होगा. अगर आपको अपना हक-हकूक पाना है तो आज प्रदेश सरकार में एक मंत्रीपद मिला है. आप 2027 के लिए इतनी मेहनत करना कि सरकार आपके सहयोग के बिना न बनें. आज आप सभी को मेरे साथ प्रतिज्ञा लेनी होगी.
मान-सम्मान खूंटी पर टांग कर करें कामःसंजय निषाद ने कार्यकर्ताओं से कहा,2027 के लिए हम सभी कार्यकर्ता अपने मान-सम्मान-स्वाभिमान को खूंटी पर टांगकर निकलेंगे और प्रदेश के सभी मछुआ बाहुल्य गांव में जाकर मछुआ समाज को जोड़ने का काम करेंगे. गांवों में जाकर मछुआ समाज के सहयोग के लिए अन्य सभी जातियों से भी सहयोग मागेंगे. आज राज्य में किसी की भी सरकार, कोई भी पार्टी हो वो निषाद पार्टी और निषाद समाज को नजर अंदाज कर ही नहीं सकता है. ये मेरी अकेले की नहीं आप सभी कार्यकर्ताओं की मेहनत का नतीजा है, कि आज मैं प्रदेश सरकार में मंत्री हूं और ऐसी ही मेहनत आप सभी को 2027 की तैयारी के लिए करनी है.
मैं और मेरा बेटा पार्टी नहींःसंजय निषाद ने कहा कि लोकसभा चुनाव में निषाद पार्टी के संतकबीरनगर सीट हारने के बाद कई सवाल हैं. ये सच है हम लोकसभा संतकबीरनगर हारे हैं, मेरा बेटा प्रवीण निषाद वहां से चुनाव लड़ रहा था और वो सीट हम हार गए. यहां बैठे सभी कार्यकर्ता और पदाधिकारी सुन लीजिए प्रवीण निषाद निषाद पार्टी नहीं है, मेरा परिवार निषाद पार्टी नहीं है. मंच पर बैठे बड़े पदाधिकारी निषाद पार्टी नहीं है, मैं खुद निषाद पार्टी नहीं हूं. निषाद पार्टी एक विचारधारा है, एक सोच है जो न जाने मेरे जैसे कितने लोगों की परिकल्पना से बनी है. एकमात्र चुनाव हारने से निषाद पार्टी खत्म हो जाएगी, ऐसी सोच रखने वाले लोगों को मेरी शुभकामनाएं हैं कि आप ऐसी सोच रखिए.
सपा के निषाद सांसद नहीं उठा रहे हमारे मुद्देःसंजय निषाद ने कहा कि कि कुछ नए-नए नेता समाजवादी पार्टी से सांसद बने हैं, जिनको जनता ने लगातार न जाने कितने विधानसभा-लोकसभा चुनाव हरवाएं है. जिनको निषाद समाज ने नकार दिया था वो आज निषाद पार्टी और मुझे लेकर राय दे रहे हैं. मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि अयोध्या में अभी निषाद समाज की बेटी के साथ उनकी पार्टी के नेता ने दुष्कर्म किया था, उस समय लोकसभा और उत्तरप्रदेश की विधानसभा दोनों चल रही थे. मैं तो सोच रहा था कि लोकसभा में समाजवादी पार्टी के दोनों निषाद सांसद हमारे समाज की बेटी को लेकर आवाज उठाएंगें, लेकिन नहीं उठाए. वो तो विपक्ष में हैं और उनका तो काम है सरकार और कानून व्यव्स्था को लेकर सवाल उठाना. लेकिन समाजवादी पार्टी के दोनों सांसदों के मुंह से एक शब्द नहीं निकला. दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश की विधानसभा और विधानपरिषद में आपके बेटे ने सरकार को बताया कि समाजवादी पार्टी के नेताओं ने मेरे समाज की बेटी के साथ दुराचार किया है, इनको कड़ी से कड़ी सजा दिलवाई जाए.
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