जयपुर : राजस्थान विधानसभा से कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर को छह महीने के लिए निलंबित करने की कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट और प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कड़ी निंदा की है. पायलट ने कहा कि प्रतिपक्ष के सदस्यों से डरकर उन पर आक्रामक कार्रवाई की जा रही है.
सचिन पायलट ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि "लाडनूं विधायक मुकेश भाकर को छह माह तक सदन की कार्यवाही से निलंबित करने की प्रक्रिया की घोर निंदा करता हूं. सत्ता पक्ष को सदन को सुचारू रूप से संचालित करना चाहिए, लेकिन उससे उलट प्रतिपक्ष के सदस्यों से डरकर उनपर आक्रामक कार्रवाई की जा रही है. इस तरह के तानाशाही रवैये से किसान, श्रमिक, युवा एवं आमजन की आवाज को दबाया नहीं जा सकता."
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बौखलाहट में नजर आ रही पर्ची सरकार की विफलता :कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने सोशल मीडिया एक्स पर बयान जारी कर कहा कि "भाजपा सरकारों का तानाशाहीपूर्ण रवैया केंद्र के बाद अब राज्यों में लोकतांत्रिक व्यवस्था एवं संवैधानिक मूल्यों को ध्वस्त करने में लगा है. कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर को 6 माह के लिए निलंबित करना संसदीय परंपराओं का हनन एवं अलोकतांत्रिक कदम है. भाजपा की इस बौखलाहट में 'पर्ची सरकार' की विफलता नजर आ रही है."
तानाशाही का मुंह तोड़ जवाब देगा कांग्रेस कार्यकर्ता : गोविंद सिंह डोटासरा ने प्रदेश की कानून व्यवस्था, महिला सुरक्षा और बिजली पानी के मुद्दे पर भी सरकार को घेरा. उन्होंने लिखा कि "प्रदेश की कानून व्यवस्था, महिला सुरक्षा, पानी-बिजली एवं रोजगार समेत हर मोर्चे पर नाकाम सरकार सदन में जवाब देने से बचने के लिए अलोकतांत्रिक कदम उठा रही है. प्रजातंत्र में विपक्ष की आवाज और जनता के मुद्दों को दबाया नहीं जा सकता. कांग्रेस का कार्यकर्ता सड़क से सदन तक आंदोलन करके भाजपा की इस तानाशाही का मुंहतोड़ जवाब देगा."