राहिणी आचार्य की RJD में एंट्री पर नेताओं की राय पटनाः बिहार की राजनीति परिवारवाद चरम सीमा पर है. सत्ता पक्ष लगातार लालू यादव पर परिवारवाद का आरोप लगाता रहा है. रविवार को जन विश्वास रैली में लालू यादव ने परिवारवाद पर आलोचना का जबाव देते हुए सत्ता पक्ष पर जमकर निशाना साधा. इस दौरान उन्होंने रोहिणी आचार्य की ओर इशारा करते हुए कहा कि आज मैं इसी की बदौलत जिंदा हूं. इस दौरान उन्होंने अपनी बड़ी बेटी मीसा भारती की भी तारीफ की.
जन विश्वास रैली में हुईं शामिलः बता दें कि जन विश्वास रैली में रोहिणी आचार्य भी मौजूद थी. खुद लालू प्रसाद ने रोहिणी आचार्य द्वारा किडनी देने का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि आज रोहिणी के कारण ही वो जीवित हैं. रैली में जिस तरीके से रोहिणी आचार्य को पेश किया गया इससे लगता है कि जल्द ही रोहिणी की राजनीति में एंट्री होने जा रही है.
राजद ने किया स्वागत: इसको लेकर राजद का मानना है कि रोहिणी समाज के लिए एक प्रेरणा है. रोहिणी आचार्य ने बेटी होने का जो धर्म निभाया वह एक मिशाल है. अपने पिता के लिए किडनी देते हुए बेटी होने का धर्म निभाया. समय-समय पर सोशल मीडिया के माध्यम से राजनीति में अपनी सक्रियता दिखाती रही हैं. राजद प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि रोहिणी आचार्य का राजनीति में आना उनका निजी फैसला है. यदि रोहिणी राजनीति में आती हैं तो ये राजद के लिए अच्छा रहेगा.
"अगर वह राजनीति में आती हैं तो यह राजद के साथ साथ समाज के लिए भी अच्छा होगा. उन्होंने जो अपने परिवार के प्रति काम किया है वह काबिले तारीफ है. पिता को किडनी देकर लोगों के लिए प्रेरणा बनीं है. अगर वे राजनीति में आती हैं तो लोगों के बीच एक अच्छा संदेश जाएगा."-एजाज अहमद, राजद प्रवक्ता
भाजपा का तंजः वहीं दूसरी तरफ, रोहिणी आचार्य की राजनीतिक में आने की चर्चा पर भाजपा ने तंज कसा है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता संजय टाईगर का कहना है कि राजद परिवार की पार्टी है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद, बिहार विधानसभा में विरोधी दल के नेता उनके पुत्र तेजस्वी यादव, बिहार विधान परिषद में विपक्ष के नेता उनकी पत्नी राबड़ी देवी हैं. बड़े पुत्र तेजप्रताप यादव विधायक, तो बड़ी लड़की मीसा भारती राज्यसभा की सदस्य हैं. ऐसे में यदि रोहिणी आचार्य राजनीति में आती हैं तो कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी.
"हमलोग जो परिवारवाद की बात कहते हैं, उसकी कल पुष्टि उन्होंने कर दी. राजद परिवार की पार्टी है. लालू यादव के साथ साथ पत्नी, बेटी, दोनों बेटा पद पर हैं. एक और आ जाएगी तो इससे क्या फर्क पड़ता है. जिस तरह का आरोप उनपर लगता है उस आरोप को बड़ी बेशर्मी से उन्होंने जन विश्वास रैली में प्रदर्शन भी किया."-संजय टाईगर, भाजपा नेता
'कोई भी दल इससे अछूता नहीं': इधर, राजनीति विशेषज्ञ का मानना है कि राजनीति में अनेक ऐसे दल हैं जिसमें परिवारवाद देखने को मिलता है. कोई भी राजनीतिक दल परिवारवाद से अछूता नहीं रहा है. जहां तक राजद की बात है तो यह पार्टी विशुद्ध रूप से एक परिवार के इर्द-गिर्द ही घूमती है. लालू प्रसाद ने अपने परिवार के अनेक सदस्यों को राजनीति के महत्वपूर्ण पदों पर बैठाया है. ऐसे में रोहिणी आचार्य की राजनीतिक रैली में शामिल होने के बाद यह माना जा रहा है कि रोहिणी बहुत जल्द राजनीति में अब सक्रिय दिखेंगी.
"अगर लालू यादव उसे राजनीति में एंटी दे रहे हैं तो इसमें क्या बुराई है. सभी चाहते हैं कि उनका परिवार आगे बढ़े. लालू अकेले परिवारवाद में नहीं है. कोई भी राजनीतिक दल परिवारवाद से अछूता नहीं है. सभी पार्टी इसमें शामिल है. मरने का काम तो कार्यकर्ता करते हैं. दिन भर जिंदाबाद का नारा लगाते हैं कार्यकर्ता और नेताओं के बच्चे ऊपर से आ जाते हैं. एंट्री दे रहे हैं ठीक है लेकिन नेता का कर्तव्य है कि समाज के लिए कुछ करे."- अरुण पांडेय, वरिष्ठ पत्रकार
पूरा परिवार सत्ता में रह चुके हैं: यहां यह बताना भी जरूरी है कि बिहार के पूर्व सीएम लालू यादव रेल मंत्री भी रह चुके हैं. पत्नी राबड़ी देवी सीएम रह चुकी हैं. वर्तमान में MLC और विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष हैं. बड़ी बेटी मीसा भारती राज्यसभा सांसद हैं. तेजस्वी यादव महागठबंधन की सरकार में डिप्टी सीएम थे. वर्तमान में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं. तेज प्रताप यादव महागठबंधन की सरकार में पर्यावरण मंत्री थे. वर्तमान में हसनपुर विधानसभा से विधायक हैं.
वर्तमान में 6 बेटी राजनीति में नहीं: लालू यादव की दूसरी बेटी रोहिणी आचार्य, चंदा यादव, रागिनी यादव, हेमा यादव, अनुष्का राव और सबसे छोटी बेटी लक्ष्मी यादव है. सभी की शादी बड़े राजनीतिक नेताओं के घर में हुई है. इस बार दूसरी बेटी रोहिणी आचार्य की राजनीतिक में आने की चर्चा हो रही है. संभवत: लोकसभा चुनाव में मैदान में उतर सकती है. इसको लेकर सियासत तेज हो गई है.
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