रुद्रप्रयाग/विकासनगर: बीतीदो दिनों से पहाड़ी जिलों के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी तो निचले क्षेत्रों में बारिश जारी है. बारिश और बर्फबारी को जहां किसानों की फसलों के लिए वरदान साबित हो रही है तो वहीं इस बारिश का असर हाईवे के साथ ही लिंक मार्गों पर भी दिखाई दे रहा है. बारिश से रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे जगह-जगह जानलेवा बन गया है. वहीं, कालीमठ मार्ग पर पहाड़ी से बोल्डर गिरने से से एक वाहन बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया. जबकि, चालक ने किसी तरह अपनी जान बचाई. उधर, जौनसार बाबर की लाइफ लाइन कहे जाने वाला कालसी चकराता मोटर मार्ग भी मलबा आने से 3 घंटे बंद रहा.
कालीमठ मार्ग पर चट्टान गिरने से कार चकनाचूर:आज सुबह कालीमठ से सवारियों को गुप्तकाशी छोड़ने के बाद देहरादून निवासी अनिल कुमार अपनी कार से गुप्तकाशी की ओर जा रहा था. तभी विद्यापीठ से आधा किलोमीटर आगे चट्टान टूटकर सीधे कार पर आ गिरी. जिससे कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई. गनीमत रही है कि इससे पहले ही वो चट्टान गिरने की संभावना को भांपते हुए कार से बाहर कूद गया. जिससे उसकी जान बच पाई.
वहीं, दूसरी ओर रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राजमार्ग बारिश के कारण जगह-जगह जानलेवा बन गया है. इन दिनों काकड़ागाड़ से गुप्तकाशी और फाटा में हाईवे का कार्य चल रहा है. जिस पर स्थानीय लोग सवाल भी खड़े कर रहे हैं. स्थानीय लोगों का आरोप है कि निर्माणदायी कंपनियां ठीक से काम नहीं कर रहे हैं. जबकि, एनएच विभाग और ठेकेदार भी लीपापोती कर रहे हैं. जिसके चलते जरा सी बारिश में हाईवे से चलना मुश्किल हो रहा है.