नई दिल्ली/नोएडा:नोएडा के सेक्टर-30 के बी ब्लॉक में कारोबारी के घर लूट की वारदात के 40 घंटे बाद भी अब तक पुलिस के हाथ कोई सुराग नहीं लगा है. पीड़ित कारोबारी, पत्नी और उनकी बेटी को बंधक बनाकर घर के अंदर लूटपाट करने वाले हथियारबंद तीनों बदमाशों की पहचान अब तक नहीं हो पाई है. हालांकि संदिग्धों से पूछताछ और सीसीटीवी फुटेज खंगालने का काम अभी जारी है. सोमवार को पुलिस ने कुछ और संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की. सीआरटी और स्वॉट समेत आठ टीमें बदमाशों की तलाश में सभी संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही हैं.
संदिग्धों को हिरासत में लेकर की जा रही पूछताछ
रविवार 23 दिसंबर, रात सवा तीन बजे के करीब हथियारों से लैस तीन बदमाश सेक्टर-20 थानाक्षेत्र की बी ब्लॉक स्थित बी-11 में घुसे और कारोबारी अमरदीप, उनकी पत्नी परविंदर कौर और बेटी गुरकिरन को बंधक बनाकर तीन लाख रुपये लूट लिए. वारदात के बाद बदमाश कारोबारी और उनके परिवार को बंधक बनाकर गाड़ी में बैठे और एक्सप्रेसवे की तरफ ले गए. स्थानीय लोगों से जानकारी मिलने के बाद पुलिस बदमाशों को तलाश कर रही है.
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अब तक खंगाले गए 600 से अधिक सीसीटीवी कैमरे
पुलिस के मुताबिक कारोबारी, उसकी पत्नी और बेटी को बदमाश एक्सप्रेसवे पर ही छोड़कर फरार हो गए. कारोबारी खुद कार चलाकर घर पहुंचा और पुलिस को पूरा घटनाक्रम बताया. कार कारोबारी ही चला रहा था. उसकी पत्नी और बेटी भी कार के आगे की सीट पर बैठी थी.डीसीपी नोएडा रामबदन सिंह ने बताया कि कारोबारी के घर और एक्सप्रेस वे तक के करीब 600 सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को खंगाला गया है.
मामले में क्या सिक्योरिटी गार्ड है मास्टरमाइंड
बताया गया है कि कारोबारी के घर के आसपास तीन संदिग्ध दिखे हैं. पुलिस उन्हीं तीनों की तलाश में जुटी हुई है. इसके अलावा दो और संदिग्धों को मंगलवार को हिरासत में लिया गया. दोनों से एक स्थान पर पूछताछ की जा रही है. पीड़ित कारोबारी के घर पर बलिया का अवध बिहारी बीते कई साल से सिक्योरिटी गार्ड का काम कर रहा है. उसकी भी भूमिका पूरे मामले में संदिग्ध है. मंगलवार को भी पुलिस की दो टीमों ने उससे पूछताछ की.
किसी करीबी के शामिल होने की आशंका:कारोबारी परिवार के साथ जिस प्रकार की वारदात हुई है वह बावरिया गिरोह से भी मिलती है. पुलिस जहां दावा कर रही है कि कारोबारी के जानने वाले किसी व्यक्ति ने वारदात की है वहीं कुछ लोग इस मामले में कुख्यात बावरिया गिरोह का हाथ होने का अंदेशा जता रहे हैं. कारोबारी के घर में लगी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से वही गुजर सकता है जिसका चेहरा उसने रीड किया हुआ हो. बदमाशों को पता था कि उसका बेटा कब आएगा. जैसे ही कारोबारी का बेटा रात सवा तीन बजे के करीब घर के अंदर दाखिल हुआ वैसे ही उसके पीछे बदमाश अंदर घुस गए. वारदात के बाद से कारोबारी का परिवार सदमे में है.