कांग्रेस में शामिल हुए उम्मेदाराम जयपुर.बाड़मेर के बायतू से विधानसभा चुनाव लड़ने वाले आरएलपी (राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी) के प्रत्याशी उम्मेदाराम बेनीवाल ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया है. जयपुर के पीसीसी कार्यालय में पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, हेमाराम चौधरी और हरीश चौधरी ने उम्मेदाराम बेनीवाल को कांग्रेस पार्टी ज्वाइन करवाई. इस मौके पर उम्मेदाराम बेनीवाल ने कहा कि बाड़मेर की जनता और कार्यकर्ताओं से सलाह करके कांग्रेस पार्टी का हाथ थामा है. वहीं, अब माना जा रहा है कि उम्मेदाराम को कांग्रेस बाड़मेर से अपना लोकसभा प्रत्याशी बना सकती है.
बाड़मेर की स्थिति सुधारना प्राथमिकता : बेनीवाल ने कहा कि कांग्रेस की विचारधारा से खासा प्रभावित हुआ हूं. अब कांग्रेस के साथ जुड़कर किसान विरोधी विचारधारा रखने वाले लोगों के खिलाफ लड़ाई लड़ी जाएगी. कोशिश रहेगी कि कांग्रेस पार्टी को मजबूत किया जाए. बेनीवाल ने यह भी कहा कि बाड़मेर की स्थिति को सुधारना, स्थानिय निवासियों को रोजगार देना प्राथमिकता रहेगी. उन्होंने कहा कि आरएलपी की ओर से हाल ही में विधानसभा चुनाव लड़ा और जब तक आरएलपी से जुड़ा रहा, पूरी निष्ठा के साथ काम किया. शनिवार को उम्मेदाराम बेनीवाल के अलावा पूर्व प्रशासनिक अधिकारी जस्साराम चौधरी ने भी कांग्रेस का दामन थाम लिया है.
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बाड़मेर से हो सकते हैं प्रत्याशी! : माना जा रहा है कि उम्मेदाराम को कांग्रेस बाड़मेर से अपना लोकसभा प्रत्याशी बना सकती है. हालांकि उम्मेदाराम ने विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस नेता हरीश चौधरी के सामने चुनाव लड़ा था. अब बताया जा रहा है कि उम्मेदाराम को कांग्रेस की सदस्यता हरीश चौधरी ने ही ग्रहण करवाई है. ऐसे में उम्मेदाराम को कांग्रेस लोकसभा चुनाव में बाड़मेर से प्रत्याशी बना सकती है.
टिकट देने का फैसला शीर्ष नेतृत्व का :कांग्रेस के दिग्गज नेता हेमाराम चौधरी ने कहा कि वे लंबे समय से राजनीति का अनुभव रखते हैं. अब समय आ गया है कि पार्टी किसी नए चेहरे को चुनावी मैदान में उतारे. मैंने पार्टी से 8 बड़े चुनाव लड़े और 6 चुनावों मे मुझे जीत मिली. हेमाराम ने यह भी कहा कि चुनाव लड़ने के लिए मैं और हरीश चौधरी तैयार हैं, लेकिन हमारा मानना है कि अब एक नए चेहरे को मैदान में लाया जाए. वहीं, उम्मेदाराम को प्रत्याशी बनाए जाने के सवाल पर डोटासरा ने कहा कि किस व्यक्ति को कहां से चुनाव लड़ाना है, इसका फैसला हमारा शीर्ष नेतृत्व करेगा.
लग सकता है गठबंधन को झटका :लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने अभी सिर्फ 10 सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नाम घोषित किए हैं. ऐसे में यह भी चर्चा की जा रही है कि कांग्रेस कुछ सीटों पर गठबंधन करके चुनाव लड़ सकती है. आरएलपी और कांग्रेस की गठबंधन की चर्चाएं जोरों पर हैं. ऐसे में आरएलपी के नेता का पार्टी छोड़कर कांग्रेस से जुड़ना कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका हो सकता है. हालांकि, कांग्रेस नेताओं का कहना है कि उन्होंने उम्मेदाराम को आरएलपी से नहीं तोड़ा है, बल्कि वे खुद कांग्रेस का दामन थाम रहे हैं.
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