रोहतास:बिहार लोक सेवा आयोग का फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया गया है. जिसमें अभ्यर्थियों ने अपने माता-पिता का सपना पूरा किया है. इसी कड़ी रोहतास के बिक्रमगंज की रहने वाली रिया वर्मा जब बीपीएससी 69वीं परीक्षा में 107 रैंक हासिल कर अपने गांव लौटी, तो स्थानीय लोगों ने रिया का जमकर स्वागत किया. स्थानीय पदाधिकारियों के अलावा जनप्रतिनिधि भी बड़ी संख्या में एकत्र हुए और सभी ने नोनहर गांव की बेटी रिया वर्मा को बधाई दी.
रिया को किस विभाग में मिलेगी जगह: रिया वर्तमान में झारखंड के डाल्टनगंज में अपने पिता योगेंद्र प्रसाद सिंह के साथ रहती हैं. बीपीएससी में 107 रैंक प्राप्त करने पर उन्हें वित्त विभाग के अधिकारी के रूप में स्थान मिलेगा. जिस पर उन्होंने खुशी जाहिर की है. अर्थशास्त्र की छात्रा रिया पहले से ही वित्तीय क्षेत्र में जाना चाहती थी. ऐसे में उन्होंने अपनी पहली प्राथमिकता वित्त विभाग को ही दी थी, जो उन्हें मिला है.
रोहतास की रिया को लोगों ने दी बधाई (ETV Bharat) रिया की सफलता की कहानी: दअरसल, बीपीएससी की 69वीं परीक्षा में 107वां स्थान हासिल कर वित्त प्रशासनिक अधिकारी बनी नोनहर गांव की बेटी रिया वर्मा का गांव पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया. इस अवसर पर रिया ने सभी का आभार व्यक्त किया. रिया ने बताया कि उन्हें डीएसपी पद का विकल्प मिल रहा था, लेकिन उन्होंने वित्त विभाग को चुना क्योंकि उन्होंने इसी क्षेत्र में स्नातक किया है.
"मेरे भाई और चाचा मीडिया से जुड़े हैं. उनके सानिध्य में अधिकारियों को करीब से देखने और समझने का मौका मिला. अधिकारियों की जीवनशैली ने मुझे प्रेरित किया और वही प्रेरणा मेरी सफलता की वजह बनी. वित्त प्रशासनिक अधिकारी बनने का यह मौका मेरे लिए खास है. मैं आगे भी और बेहतर करने की कोशिश जारी रखूंगी."- रिया वर्मा, सफल छात्रा
रोहतास में रहता है पूरा परिवार: रिया नोनहर गांव निवासी योगेंद्र प्रसाद सिंह की बेटी हैं, जो वर्तमान में झारखंड के डाल्टनगंज में कार्यरत हैं. गांव में उनके चाचा संतोष चंद्रकांत के साथ उनका पूरा परिवार रहता है. रिया की इस सफलता ने गांव और परिवार दोनों को गौरवान्वित किया है. रिया के स्वागत के दौरान गांववासियों ने उनकी उपलब्धि पर खुशी जाहिर की.
बीपीएससी में पाया 107वां रैंक (ETV Bharat) सफलता से चूकने के बाद नहीं छोड़ी आस: रिया के चाचा संतोष चंद्रकांत ने बताया कि वह अपने माता-पिता के साथ डाल्टेनगंज में रहती हैं. उन्होंने डीएवी स्कूल से 10 वीं और 12 वीं तक की पढ़ाई पूरी की और नीलांबर पीताम्बर यूनिवर्सिटी से अकाउंट्स ऑनर्स में स्नातक की डिग्री ली. इसके बाद पटना में रहकर बिहार प्रशासनिक सेवा के लिए तैयारी शुरू की. पिछले साल कुछ अंकों के अंतर से सफलता से चूकने के बावजूद रिया ने अपने हौसले को बुलंद रखा.
"बेटी ने परिवार के सपने को पूरा किया है रिया ने यह कहावत चरितार्थ कर दिया है कि बेटियां कही भी बेटों से कहीं कम नहीं होती."-संतोष चंद्रकांत, चाचा
रोहतास की अफसर बिटिया (ETV Bharat) गांव के लिए प्रेरणा बनी रिया:बता दें कि रिया इलाके की लड़कियों के लिए अब आइकन बन चुकी हैं. रिया को कविता लेखन, वाचन और मंडल चित्रकला का शौक है. खेलों में बैडमिंटन उनकी पसंदीदा गतिविधि है. उनकी सफलता पर परिवार में जश्न का माहौल है. बरहाल रिया वर्मा की इस उपलब्धि ने साबित कर दिया है कि कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प से हर लक्ष्य हासिल किया जा सकता है. नोनहर की यह बेटी आज पूरे क्षेत्र के लिए प्रेरणा बन गई है.
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