रोहतक :पीजीआईएमएस रोहतक की मेडिकल छात्रा के अपहरण और मारपीट मामले में पीड़ित छात्रा ने बड़ा खुलासा किया है. वहीं इस बीच आरोपी को पीजीआईएमएस रोहतक से निष्कासित करते हुए अरेस्ट भी कर लिया गया है. इस बीच हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री कमल गुप्ता ने कहा है कि सरकार इस तरह के क्राइम को बिलकुल भी बर्दाश्त नहीं करेगी.
हैवानियत की कहानी, छात्रा की जुबानी :पीड़ित छात्रा ने पुलिस को बताया कि आरोपी रेजीडेंट डॉक्टर उसे क्लास में पढ़ाया करता था. हाल ही में परीक्षाएं होनी हैं. इसलिए रेजीडेंट डॉक्टर ने छात्रा को एडमिट कार्ड लेने के लिए बुलाया था. छात्रा जब उसके पास पहुंची तो उसने बहाने से उसे अपनी कार में बैठा लिया. इसके बाद वो कार घुमाते हुए चंडीगढ़ तक ले गया और इस बीच उसके साथ मारपीट की गई. रेजीडेंट डॉक्टर की मारपीट से छात्रा के शरीर पर चोट के कई निशान बन गए हैं. छात्रा ने कहा कि रेजीडेंट डॉक्टर अटेंडेंट शॉर्ट करने की उसे धमकियां दिया करता था और कहता था कि उसे परीक्षा में बैठने नहीं दिया जाएगा.
अपहरण के बाद छात्रा से मारपीट :गौरतलब है कि पीजीआईएमएस की मेडिकल छात्रा का 16 अगस्त की शाम को संस्थान के रेजीडेंट डॉक्टर मनिंदर कौशिक ने कार में अपहरण कर लिया और फिर उसे वो अंबाला और चंडीगढ़ में घुमाता रहा. 17 अगस्त को दोपहर करीब साढ़े 3 बजे उसे वो रोहतक वापस लेकर आया. इस दौरान चंडीगढ़ में उसके मारपीट की गई. अपने साथ हुई इस घटना से मेडिकल छात्रा सदमे में है. इस घटना की जानकारी पीजीआईएमएस प्रशासन और परिजनों को को दी गई जिसके बाद मामले की शिकायत पुलिस में की गई. इसके बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने आरोपी रेजीडेंट डॉक्टर को संस्थान से निष्कासित कर दिया और फिर उसे पुलिस ने अरेस्ट कर लिया. पुलिस ने आरोपी डॉक्टर को दो दिन की रिमांड पर ले लिया है.
कड़ी सज़ा देंगे :वहीं इस मामले में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने बताया कि उन्होंने इस मामले में यूनिवर्सिटी की वीसी और पीजीआईएमएस के डायरेक्टर से भी बात की है. डीजीपी से भी इस मामले को लेकर चर्चा हुई है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार महिलाओं की सुरक्षा को लेकर पूर्ण रूप से गंभीर है. अगर कोई हमारी बहन बेटी की ओर आंख उठाकर देखेगा तो उसको कड़ी सज़ा दी जाएगी.