रांची: अयोध्या में श्रीराम मंदिर में सोमवार 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा को लेकर झारखंड राममय हो गया है. इस अवसर पर राजधानी रांची सहित राज्य के विभिन्न शहरों में दीपोत्सव के साथ-साथ कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. राजधानी के विभिन्न चौक चौराहों से लेकर गली मोहल्लों में बड़े-बड़े होर्डिंग्स के साथ हनुमानी पताका और झंडा लगाया जा रहा है.
रामोत्सव की तैयारी: त्रेतायुग से बड़ा कलयुग में 22 जनवरी को होगा दीपोत्सव- बिरेन्द्र साहु
Shri Ram Mandir Pran Pratistha. 22 जनवरी को अयोध्या श्रीराम मंदिर में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरा झारखंड राममय हो गया है. पूरे राज्य में तकरीबन 51 हजार मंदिरों में सोमवार को धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन किया गया है.
Published : Jan 20, 2024, 10:24 PM IST
इन सबके बीच 22 जनवरी को विश्व हिंदू परिषद ने श्री रामलला प्राण प्रतिष्ठा के दिन झारखंड के सभी गांवों में 51000 से अधिक मंदिरों में सुबह 10:00 बजे से धार्मिक अनुष्ठान, पूजन, भजन कीर्तन, हनुमान चालीसा पाठ, सुंदरकांड पाठ श्री रामचरितमानस पाठ आयोजित करने का निर्णय लिया है. विश्व हिंदू परिषद के प्रांत अध्यक्ष पंचम सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि इन सभी मंदिरों में अयोध्या से लाइव प्रसारण की व्यवस्था की गई है. इसकी तैयारी में विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल सहित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सभी अनुषांगिक संगठन, सभी धार्मिक, आध्यात्मिक सामाजिक संगठन और मंदिर समिति के लोग लगे हुए हैं.
त्रेतायुग से बड़ा कलयुग में 22 जनवरी को होगा दीपोत्सव- बिरेन्द्र साहु:विश्व हिंदू परिषद के प्रांत मंत्री डॉ वीरेंद्र साहू ने कहा है कि पौष द्वादशी यानी 22 जनवरी का दीपोत्सव त्रेता युग से 500 गुना बड़ा होगा. क्योंकि पूर्व का दीपोत्सव भगवान राम के मात्र 14 वर्ष वनवास के बाद वापसी की थी, कलयुग का दीपोत्सव 496 वर्ष वनवास के बाद का होगा. यह दीपोत्सव भव्य ऐतिहासिक एवं अविस्मरणीय होगा. उन्होंने कहा कि भगवान पुरुषोत्तम राम वनवास के समय झारखंड के रामरेखा धाम होकर गुजरे हैं. ऐसे में झारखंड के सभी वनवासी गिरिवासी, शहरवासी समाज उनके नूतन भवन में प्राण प्रतिष्ठा के पावन दिवस में उत्सव मनाने को तैयार हैं. हिंदू समाज अपने-अपने निकटतम मंदिरों को दुल्हन की तरह सजाकर अनुष्ठान करने के लिए आतुर है.