जयपुर. लंबे इंतजार के बाद आखिरकार प्रदेश में सफाई कर्मचारी के 24 हजार 797 पदों पर भर्ती होने जा रही है. इस संबंध में स्वायत्त शासन विभाग ने भर्ती विज्ञप्ति जारी कर दी है, जिसके अनुसार 4 मार्च से अभ्यर्थी आवेदन कर सकेंगे. हालांकि, ये भर्ती पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के शासनकाल के समय निकाली गई थी, लेकिन चुनावी आचार संहिता लगने की वजह से भर्ती नहीं हो पाई थी. ऐसे में जिन अभ्यर्थियों ने पहले आवेदन किया था, उन्हें दोबारा आवेदन करने की जरूरत नहीं होगी. खास बात ये है कि सरकार ने इस भर्ती में प्रेक्टिकल टेस्ट अनिवार्य किया है, जो 3 महीने तक होगा. साथ ही वाल्मीकि/हैला समाज के अभ्यर्थियों को प्राथमिकता दी जाएगी.
प्रदेश की बिगड़ी हुई सफाई व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए राज्य सरकार ने अब सफाई कर्मचारियों की लंबित भर्तियों को पूरा करने का फैसला ले लिया है. इस संबंध में सरकार ने विज्ञप्ति जारी की है, जिसमें सबसे अधिक ग्रेटर नगर निगम में 3 हजार 670 रिक्त पदों पर भर्ती होगी, इसके अलावा बीकानेर में 1 हजार 37, कोटा दक्षिण में 836, जयपुर हेरिटेज में 707 रिक्त पदों पर भर्ती होनी है, जबकि सबसे कम इंद्रगढ़ में 5 पदों पर भर्ती होगी.
वाल्मीकि और हैला समाज के अभ्यर्थियों को प्राथमिकता : भर्ती विज्ञप्ति में चयन प्रक्रिया को स्पष्ट करते हुए बताया गया है कि विज्ञप्ति में निकायवार दिए गए पदों की तुलना में तीन गुना पात्र अभ्यर्थियों को लॉटरी के जरिए प्रैक्टिकल एग्जाम के लिए चयन किया जाएगा. ये प्रैक्टिकल एग्जाम 3 महीने का होगा, जिसमें उपस्थिति, अनुभव, अवधि, योग्यता, कार्य कुशलता के आधार पर मूल्यांकन किया जाएगा. प्रैक्टिकल एग्जाम में सफाई संबंधित कार्य, रोड स्वीपिंग, नालों की सफाई करवाया जाएगा. वहीं, प्रायोगिक परीक्षा के समय भी दस्तावेज और प्रमाण पत्रों के अभाव में अभ्यर्थी को किसी भी स्तर पर हटाया जा सकेगा. वहीं, चयन के दौरान आवश्यक अनुभव प्रमाण पत्र रखने वाले परंपरागत रूप से सफाई कार्य करने वाले वाल्मीकि और हैला समाज के अभ्यर्थियों को प्राथमिकता दी जाएगी.