रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम में मौसम के मेहरबान होने से एक बार फिर से पुनर्निर्माण कार्यों ने तेजी पकड़ ली है. दो दिनों तक बर्फबारी के बाद मौसम के साफ होने की उम्मीद नहीं थी, जबकि धाम में पांच इंच तक बर्फ भी जम गई थी. मगर अब धाम में बीते दो दिनों से मौसम साफ रहने से पुनर्निर्माण कार्यों ने फिर से रफ्तार पकड़ ली है. पैदल मार्ग से लेकर केदारनाथ धाम तक साढ़े तीन सौ के करीब मजदूर निर्माण कार्यों में जुटे हुए हैं, जबकि साल 2013 की आपदा में ध्वस्त हुए रामबाड़ा-गरुड़चट्टी का कार्य भी किया जा रहा है. ऐसे में वर्ष 2025 की केदारनाथ यात्रा में श्रद्धालुओं को काफी राहत मिलेगी.
केदारनाथ धाम में मौसम के साफ होते ही पुनर्निर्माण कार्यों ने भी रफ्तार पकड़ ली है. धाम में इन दिनों मौसम साफ है, जिस कारण निर्माण कार्यों में जुटे मजदूरों ने भी राहत की सांस ली है. पिछले दिनों हुई धाम में बर्फबारी के बाद पांच इंच तक बर्फ जम चुकी थी, लेकिन अब धाम में बर्फ पिघल गई है और निर्माण कार्य भी तेजी के साथ किए जा रहे हैं. इस वर्ष बर्फबारी कम ही हो रही है, जिस कारण धाम में निर्माण कार्यों को भी समय मिल रहा है.
बर्फबारी के बाद केदारनाथ में सुबह और शाम को तापमान माइनस में जा रहा है. (ETV Bharat) केदारनाथ धाम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत निर्माण कार्य किए जा रहे हैं, जिसमें सरस्वती नदी पर 54 मीटर पुल निर्माण कार्य, सीवर लाइन, एसटीपी, प्रशासनिक भवन, अस्पताल, म्यूजियम के साथ तीर्थ पुरोहित आवास शामिल हैं.
बर्फबारी की बाद केदारनाथ में निकली चटक धूप (ETV Bharat) इसके अलावा केदारनाथ पैदल मार्ग पर भी कार्य चल रहा है. बीती 31 जुलाई को आई आपदा के कारण पैदल मार्ग कई जगहों पर ध्वस्त हो गया था, जिसके बाद से ही मार्ग को दुरुस्त करने का कार्य जारी है. पैदल मार्ग के 15 से 20 जगहों पर कार्य किया जा रहा है, जिससे आगामी यात्रा सीजन में तीर्थयात्रियों को राहत मिल सके.
केदारनाथ पैदल मार्ग को किया जा दुरुस्त (ETV Bharat) पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल पुराने रामबाड़ा-गरुड़चट्टी का नव निर्माण भी तेजी के साथ किया जा रहा है. यह मार्ग वर्ष 2013 की आपदा में ध्वस्त हो गया था. करीब पांच किमी के इस पैदल मार्ग पर मजदूर रात-दिन कार्य करते हुए दुरुस्त करने में जुटे हुए हैं. इस पैदल मार्ग के तैयार होने के बाद आगामी 2025 की केदारनाथ यात्रा में दोनों पैदल मार्गों का उपयोग होने से श्रद्धालुओं को काफी राहत महसूस होगी.
लोक निर्माम विभाग (लोनिवि) गुप्तकाशी के अधिशासी अभियंता विनय झिंक्वाण ने बताया कि केदारनाथ धाम सहित पैदल मार्ग पर 350 के करीब मजदूर निर्माण कार्यों में जुटे हुए हैं. बीते दिनों हुई बर्फबारी के बाद निर्माण कार्यों को रोका गया था, लेकिन अब केदारनाथ धाम का मौसम साफ है. जिससे निर्माण कार्यों में भी तेजी आई है. चटक धूप खिलने से निर्माण कार्यों में जुटे मजदूरों और कर्मचारियों को भी काफी राहत मिल रही है. हालांकि सुबह और रात के समय तापमान माइनस में जा रहा है, जिस कारण ठंड का प्रकोप अत्यधिक बढ़ गया है.
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