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रतलाम के ललित पाटीदार का नाम गिनीज बुक में दर्ज, वेयरवोल्फ सिंड्रोम से हैं पीड़ित - WEREWOLF SYNDROME LALIT PATIDAR

वेयरवोल्फ सिंड्रोम नामक दुर्लभ बीमारी से पीड़ित रतलाम के ललित पाटीदार का नाम गिनिज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल. इटली में मिला यह अवार्ड.

WEREWOLF SYNDROME LALIT PATIDAR
वेयरवोल्फ सिंड्रोम नामक दुर्लभ बीमारी से पीड़ित हैं ललित पाटीदार (ETV Bharat)

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Feb 15, 2025, 10:20 PM IST

रतलाम: जन्म के साथ ही चेहरे सहित पूरे शरीर पर घने बालों के उगने की दुर्लभ बीमारी से पीड़ित रतलाम के ललित पाटीदार को इसी दुर्लभ बीमारी ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शुमार करवा दिया. इटली के मिलान शहर में आयोजित अवॉर्ड फंक्शन में ललित को यह अवार्ड मिला है. मेडिकल एक्सपर्ट की जानकारी के अनुसार, पूरी दुनिया में केवल 50 ही लोगों को यह दुर्लभ बीमारी है. ललित को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में इसलिए शामिल किया गया कि उनके चेहरे पर 201.72/से.मी. स्क्वॉयर बाल है, जो अब वर्ल्ड रिकॉर्ड है.

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम शामिल

गौरतलब है कि रतलाम के नांदलेटा गांव निवासी 19 वर्षीय ललित पाटीदार को जन्म के साथ ही चेहरे सहित शरीर पर घने बाल उगने की अजीब बीमारी है. इसका नाम वेयरवोल्फ सिंड्रोम है. जिसके चलते ललित को बचपन से ही बहुत कुछ सहना पड़ा. बचपन में स्कूल के बच्चे उन्हें बंदर और भालू कहकर चिढ़ाते थे. वहीं, कई ग्रामीण ललित को हनुमानजी का अवतार बताते थे.

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम शामिल (ETV Bharat)

ललित ने ईटीवी भारत को जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें 13 फरवरी को इटली के मिलान शहर में आयोजित गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के कार्यक्रम में अवार्ड दिया गया है. ललित, अब वर्ल्ड रिकॉर्ड का अवार्ड हासिल कर वापस रतलाम लौट रहे हैं. जहां उनके गांव में वही लोग, जो कभी उन्हें चिढ़ाया करते थे उनके स्वागत के लिए तत्पर हैं.

नांदलेटा के ललित की कहानी

रतलाम के नांदलेटा गांव के ललित की कहानी किसी फिल्म की तरह है. जहां वह जन्म से ही एक दुर्लभ बीमारी के साथ पैदा हुए. जन्म के समय पर ही ललित के चेहरे और शरीर पर घने बाल उगे हुए थे, जिन्हें डॉक्टरों ने शेविंग करके हटा दिया था, लेकिन धीरे-धीरे उसके शरीर पर घने बाल उगने लगे. ललित जब 7 साल के थे, तब उसके माता-पिता ने डॉक्टरों को दिखाया. डॉक्टरों ने कहा कि उसे हाइपरट्रिकोसिस है और दुनिया में केवल 50 लोग ही इस बीमारी से पीड़ित हैं. वर्तमान में इस बीमारी का कोई इलाज संभव नहीं है.

स्कूल में बच्चे चिढ़ाते थे, पत्थर मारते थे

इसके बाद ललित गांव में ही माता-पिता के साथ रहकर सामान्य जीवन बिता रहे थे. हालांकि स्कूल में कुछ बच्चे उसे चिढ़ाते थे और पत्थर भी मारते थे. मीडिया में चली कुछ खबरों की वजह से ललित आसपास के क्षेत्र में पॉपुलर हो गए. इसके बाद उन्होंने अपना खुद का यूट्यूब चैनल भी बना लिया और वह एक सफल यूट्यूबर बनना चाहते हैं. ललित को कई अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों में भी बुलाए जाने लगा. इसके बाद अब उनके नाम चेहरे पर सबसे अधिक घने बाल होने का रिकॉर्ड भी दर्ज हो गया है. जिस बीमारी की वजह से उनका मजाक उड़ता था आज उसी ने अवार्ड दिलाया है.

ETV Bharatआपसे अपील करता है कि अगर आप कभी भी, किसी भी बीमार व्यक्ति को देखते हैं तो उसका मजाक न उड़ाए, बल्कि उसे बीमारी से लड़ने के लिए प्रेरित करें.

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