लखनऊ : 6 वर्ष की एक बच्ची, जिसकी मां को नशे की ऐसी लत पड़ी कि उसने अपना मानसिक संतुलन खो दिया. जिसके चलते उसके मां-बाप अलग हो गए. नानी ने उसे एक यतीमखाने में दाखिल करवा दिया. इसी बीच एक महिला ने उस बच्ची को अमीनाबाद स्थित यतीमखाने से अवैध तरीके से गोद लेकर अपने पिता को सौंप दिया. जिसके बाद मासूम के साथ वर्षों तक दरिंदगी होती रही.
किसी तरह मासूम एक दवा व्यापारी के संपर्क में आती है और फिर उसके बाद अपने साथ हुई दरिंदगी का वीडियो बनाकर पूरी बात बताती है. मामले की पूरी जानकारी बाल अधिकारी संरक्षण आयोग को लगती है. जिसके बाद मासूम जो अब 15 वर्ष की हो चुकी है उसे रेस्क्यू कर नर्क से बाहर निकाला जा सका है. लखनऊ की रहने वाली मासूम उस घर में गुजारे गए हर एक दिन को याद कर सिहर उठती है.
बाल अधिकारी संरक्षण आयोग की सदस्य सुचिता चतुर्वेदी बताती हैं कि, वर्ष 2015 में 6 वर्ष की बच्ची (पीड़िता) की मां को अचानक नशीली दवाओं की लत पढ़ गई, जिसके बाद उसके पति ने उसे छोड़ दिया. इस गम में उसका मानसिक संतुलन बिगड़ गया था. बच्ची की नानी ने उसकी अच्छी परवरिश हो सके, इसके लिए उसे यतीमखाने में भर्ती करा दिया. सब कुछ ठीक चल रहा था, लेकिन, कुछ वर्ष बाद यतीमखाने में अमीनाबाद की ही रहने वाली एक महिला, जो पहले से ही शादीशुदा थी वह उसे यह कह कर यतीमखाने से ले आई कि उसके माता-पिता अब अकेले हैं वो इस बच्ची को अपनी बेटी समझकर उसका पालन पोषण करेंगे. सुचिता बताती हैं कि बिना ही किसी कागजी कार्रवाई के उस बच्ची को महिला को सौंप दिया गया.
महिला ने मासूम को अपने पिता के हवाले किया :आयोग की सदस्य के मुताबिक, आरोप है कि महिला उस 6 वर्ष की बच्ची को मुमताज यतीमखाने से लाकर अपने पिता (62) के पास छोड़ आई. जिसके बाद माता-पिता से बिछड़ चुकी उस 6 वर्ष की मासूम की जिंदगी नरक बनने जा रही थी. वर्ष 2016 से 2024 तक इन 8 वर्षों में अधेड़ आरोपी पिता ने उसके साथ हैवानियत की सभी हदें पार कर दीं. रोजाना उसने उसके साथ रेप किया. इतना ही नहीं पिता और उसका भाई भी उस बच्ची के साथ इन वर्षों में रेप करता रहा.