रांचीः राजधानी में ट्रैफिक पुलिस और पीसीआर की टीम को अब दुर्घटना संभावित क्षेत्र में हर घंटे जाकर उसका प्रमाण भी देना पड़ेगा. रांची पुलिस ऐसी व्यवस्था कर रही है. इसके साथ ही ट्रैफिक पुलिस के द्वारा तीन एप भी जारी किए गए हैं, जिसका फायदा आमलोगों को मिलेगा.
सोशल मीडिया एप जारी
रांची ट्रैफिक पुलिस के तरफ से राजधानी की यातायात को सुगम और नियमों के पालन के लिए आम लोगों को यातायात संबंधित सूचना प्रदान करने के लिए सोशल मीडिया एप जारी किया गया है. इसके लिए क्यूआर कोड बनाया गया है. क्यूआर कोड को स्कैन कर आम लोग अपने व्हाट्सएप, फेसबुक और एक्स पर एप को देख सकते हैं.
मीटिंग में लिए गए कई मह्तवपूर्ण निर्णय
रांची के वैसे चौक-चौराहे, जहां पर अक्सर दुर्घटनाएं होती हैं. उन चौक-चौराहों पर क्यू आर कोड लगाया जा रहा है. पीसीआर और ट्रैफिक पुलिसकर्मी को हर दो घंटे के भीतर उन चौक-चौराहों जाना है. वहां पर लगे क्यूआर कोड को स्कैन करना होगा. इससे यह पता चल जाएगा कि संबंधित पुलिसकर्मी उस स्थान पर गए थे. इसकी मॉनिटरिंग ट्रैफिक एसपी और डीएसपी खुद करेंगे. जिन पुलिसकर्मियों की ड्यूटी उन स्थान पर है और अगर वह नहीं पहुंचते हैं, ऐसी स्थिति में उन पर सीधी कार्रवाई होगी. इसको लेकर ट्रैफिक एसपी सुमित कुमार अग्रवाल ने डीएसपी और यातायात थाना प्रभारियों के साथ मंगलवार को बैठक की है. सभी पुलिसकर्मियों को निर्देश दिया गया है कि वे आदेश का हर हाल में पालन कराएं. साथ ही यातायात से संबंधित कई आदेश का पालन कराने को भी कहा गया है.
इन आदेशों को कराना होगा पालन
- जेब्र क्रॉसिंग के पीछ वाहन खड़ा कराएं, जितने भी पुलिसकर्मी संधारण में लगे हुए हैं, वे कोशिश करें कि अपनी पोजिशन जेब्रा क्रासिंग के पास रखे ताकि आम आदमी उसे क्रास नहीं कर सके.
- जब ट्रैफिक को मैनुअल चलाते हैं तो ऑटोमैटिक सिग्नल को ऑफ कर दें, ऑटोमेटिक सिग्नल को ऑन कर ट्रैफिक को मैनुअल नहीं चलाएं.
- जितने भी मॉल हैं उसके आगे अवैध रूप से पार्किंग नहीं होने दें. इसके लिए अभियान चलाएं. स्थायी पार्किंग में अगर अतिक्रमण है तो उसे हर हाल में हटाएं.
- किसी भी वाहन पर अगर सूचक बोर्ड और फ्लैग लगा है तो उसे हर हाल में हटाएं.
- शहर में होने वाली सड़क दुर्घटना को रोकने के लिए रात 11 से सुबह सात बजे तक सभी मुख्य सड़क पर एस टाइप बैरिकेडिंग लगाएं.
क्यूआर कोड के माध्यम से आमजन दे सुझाव