पाकिस्तानी जेल में बंद आलम मियां के भाई अकबर ने बताई कहानी. रामपुर: अपना परिवार, अपना घर और अपना देश अपना ही होता है. अपनों को छोड़ गैरों को अपना और अपने देश की जगह परदेश पर भरोसा करने की हिमाकत जीवन को अंधकारमय कर देती है. ऐसी ही हिमाकत कर बैठा रामपुर की टांडा तहसील में रहने वाला एक युवक जो 30 साल पहले अपने परिवार वालों से झगड़ा कर घर से भागकर पाकिस्तान चला गया था. लेकिन, वहां उसे किसी ने नहीं अपनाया और तब से वह जेल की काल कोठरी में बंद है.
30 साल बाद अब जब उसके घर वालों को पाकिस्तान की जेल में होने का पता चला तो वह सरकार से उसे वापस अपने देश लाने की गुहार लगा रहे हैं. वहीं इस विषय पर पाकिस्तान की जेल में बंद आलम मियां के छोटे भाई अकबर मियां ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि हम पांच भाई थे. फिलहाल यहां पर चार हैं. एक भाई यहां से बाहर है जो 1993 में चला गया था.
हमें एलआइयू (Local Intelligence Unit) के माध्यम से पता चला कि आलम मियां 30 साल से पाकिस्तान की जेल में बंद है. अकबर मियां ने बताया कि हमने उन्हें कभी नहीं देखा. हम उस टाइम बहुत छोटे थे. घर से जाते उनकी उम्र कितनी थी हमारे मां-बाप को मालूम था. मां-बाप अब इस दुनिया में नहीं है. हमने अपने भाई को कभी नहीं देखा. वह हमारे घर में सबसे बड़े थे.
अकबर मियां ने बताया कि कौन नहीं चाहेगा कि उनका भाई वतन आए. भाई-भाई से मिले वह अपने वतन आए हर किसी को खुशी होती है. हम चाहते हैं कि सरकार हमारी मदद करे. वह अपने घर और अपने लोगों के बीच आएं. हम चाहते हैं कि माननीय विदेश मंत्री जी और माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी से चाहते हैं कि हमारा भाई घर वापस आए और अपने लोगों से मिले बहुत खुशी होगी कि हमारे देश की सरकार हमारी हेल्प करें उन्हें हिंदुस्तान वापस लाने में.
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