जयपुर. प्रदेश की भजनलाल सरकार ने पूर्ववर्ती गहलोत सरकार के कार्यकाल में अंतिम 6 महीने में लिए गए निर्णयों की समीक्षा के लिए 4 मंत्रियों की मंत्रिमंडलीय कमेटी बना दी है. इस कमेटी के गठन के साथ सियासी बयानबाजी भी तेज हो गई. कांग्रेस ने इस फैसले को राजनीतिक द्वेष करार दिया, तो पलटवार में बीजेपी ने इस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया. पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि पांच साल गहलोत सरकार ने लूट खसोट मचाई और अंतिम 6 महीने में जो लूट की छूट दी गई उसकी जांच भी होनी चाहिए और कार्रवाई भी.
125 करोड़ से ज्यादा की टीशर्ट खरीद ली गई : पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के अंतिम 6 महीने में लिए गए निर्णय की समीक्षा के लिए जो कमेटी बनाई गई है, उसका स्वागत होना चाहिए. पूर्व सरकार ने चुनाव की वैतरणी पार करने के लिए बिना बजट के प्रावधान के ताबड़तोड़ घोषणाएं की. हद तब हो गई जब सरकार ने अपने अंतिम कार्यकाल के दौरान लूट की छूट दे दी. राजीव गांधी ग्रामीण खेल के नाम पर 125 करोड़ से ज्यादा की बिना वीएसआर के टीशर्ट खरीद ली गई. यह एक बानगी मात्र है. हर जगह पर लूट खसोट मची रही. अंतिम 6 महीने में बिना वित्तीय नियमों के ताबड़तोड़ स्वीकृतियां करके सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया. यह जनता के सामने आना चाहिए, जिस तरह 5 साल तक राज्य की अर्थव्यवस्था के साथ हालात को बदल दिया है वह किसी से छुपी नहीं. राठौड़ ने कहा कि जब यह कमेटी जांच करेगी तो कई चीजें सामने आएंगी. जिन मुद्दों को भाजपा ने सदन और सदन के बाहर उठाया था, निश्चित तौर पर उन मुद्दों पर भजनलाल सरकार कार्रवाई करेगी. राजनीतिक द्वेष की बात नहीं है, लेकिन जहां भी अनियमितता होगी, वहां पर कार्रवाई होगी.