बीकानेर: NCTE के मानदंडों के विपरीत संचालित हो रहे प्रदेश के राजकीय टीटी कॉलेज (आईएएसई) बीकानेर तथा अजमेर में अब एनसीटीई के मानदंड के अनुसार शिक्षकों को लगाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. लंबी अरसे से चल रही कवायद के बीच अब बीएड तथा एमएड को पढ़ने के लिए योग्यताधारी शैक्षिक स्टाफ लगाने की तैयारी शुरू हो गई है. माध्यमिक शिक्षा निदेशक आशीष मोदी ने इस संबंध में समस्त मंडल संयुक्त निदेशकों को निर्देश दिए हैं.
सालों से ढर्रे से उतरी व्यवस्था : दरअसल, इन दोनों कॉलेजों में मापदंड के मुताबिक स्टाफ लगाने के लिए विभागीय स्तर पर केवल अब तक पत्राचार ही होता रहा है. यही कारण रहा की कई बार इन दोनों सरकारी संस्थानों की मान्यताओं पर भी सवाल खड़े हुए और एनसीटीई द्वारा इन संस्थाओं की मान्यता रद्द कर दी गई, लेकिन सरकार स्तर पर फिर से दखल देने के बाद मान्यता मिलती रही. हालांकि, इसको लेकर कई बार कोर्ट में भी मामला गया.
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अब ली सुध : बार-बार इस तरह के मामले सामने आने के बाद अब सरकार स्तर पर इन दोनों संस्थाओं की सुध ली गई. वहीं, स्कूल शिक्षा विभाग के शासन सचिव के निर्देश के बाद एनसीटी के मानदंड के अनुसार शैक्षिक स्टाफ लगाने के लिए माध्यमिक शिक्षा निदेशक आशीष मोदी ने इसको लेकर शिक्षा विभाग में कार्यरत शैक्षिक स्टाफ में से आवेदन के जरिए बीकानेर और अजमेर दोनों शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों के लिए पैनल तैयार करने की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए हैं. योग्यताधारी इच्छुक शिक्षक 30 नवंबर तक शाला दर्पण पर ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे.
एमएड में इस साल नहीं हुए एडमिशन : राजकीय टीटी कॉलेज बीकानेर और अजमेर में शिक्षा सत्र 2024-25 में एमएड पाठ्यक्रम में विद्यार्थियों को प्रवेश नहीं मिला है. एनसीटीई के नॉर्म्स के मुताबिक स्टाफ नहीं होने के कारण एमएड पाठ्यक्रम की मान्यता रद्द कर दी गई है. इस कारण से वर्तमान शिक्षा सत्र में एमएड पाठ्यक्रम में किसी भी विद्यार्थी को प्रवेश नहीं दिया गया है.