जयपुर.कोलकाता के आरजी कर अस्पताल के रेज़िडेंट महिला के साथ हुई हैवानियत और हत्या के बाद पूरे देश में इसका विरोध देखने को मिल रहा है. जिसके चलते देश में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की ओर से प्राइवेट अस्पताल और लैब अगले 24 घंटों तक बंद रहेंगे. इमरजेंसी के अलावा अन्य किसी तरह की सेवाएं प्राइवेट अस्पतालों में उपलब्ध नहीं रहेगी. जयपुर मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ तरुण ओझा और सचिव डॉ. अनुराग शर्मा ने बताया की आईएमए की राष्ट्रीय कार्यकारिणी और आईएमए राजस्थान स्टेट ब्रांच के आव्हान पर जयपुर सहित समस्त राजस्थान प्रदेश में शनिवार यानी 17 अगस्त सुबह 6 बजे से 18 अगस्त सुबह 6 बजे तक संपूर्ण मेडिकल शटडाउन रहेगा. इसके अलावा चिकित्सा विभाग में एक आदेश जारी करते हुए सरकारी अस्पतालों से जुड़े हुए चिकित्सकों के अवकाश आगामी आदेशों तक निरस्त कर दिए हैं तथा एक कंट्रोल रूम स्थापित किया है.
ये प्रमुख मांगे :आईएमए की प्रमुख मांगे है कि रेजिडेंट डॉक्टर्स की कार्य स्थल पर सुरक्षा, सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट का त्वरित इम्प्लीमेंटेशन, पीड़ित परिवार को उचित मुआवज़ा, कोलकत्ता में महिला चिकित्सक के साथ हुए जघन्य अपराध के दोषियों को गिरफ़्तार कर कड़ी से कड़ी सज़ा दी जाए.
प्रदेश में भी मेडिकल शट डाउन (फोटो ईटीवी भारत जयपुर) पढ़ें: डॉक्टरों की देशव्यापी 24 घंटे की हड़ताल शुरू, IMA की कड़ी चेतावनी - IMA strike
अरिस्दा की पेन डाउन हड़ताल : रेजीडेंट चिकित्सक जहाँ लगातार हड़ताल पर हैं. वहीं अब अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ में भी पेन डाउन हड़ताल कर दी है. संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर अजय चौधरी का कहना है कि आर जी कर मेडिकल कॉलेज में महिला रेज़िडेंट चिकित्सक की दुष्कर्म, हत्या और तत्पश्चात् इस अमानवीय घटना से आहत होकर शांति पूर्ण तरीक़े से न्याय की मांग कर रहे रेज़िडेंट डॉक्टर्स पर रात्रि में भीड़ द्वारा किए गए जानलेवा हमले के विरोध में देश भर के चिकित्सक आंदोलित है. जिसके तहत अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ (अरिस्दा) के समस्त सेवारत चिकित्सक संपूर्ण भारत के साथ साथ राजस्थान के चिकित्सक संगठनों द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शन में शामिल होते हुए शनिवार को पेन डाउन करते हुए OPD सेवाओं का बहिष्कार करने का फैसला किया है. साथ ही संस्थान में उपस्थित रहते हुए काली पट्टी बांधकर आईपीडी और अति आवश्यक चिकित्सा सेवाएं जारी रखते हुए अपना विरोध प्रदर्शित करेंगे.
डॉक्टरों की देशव्यापी 24 घंटे की हड़ताल (फोटो ईटीवी भारत जयपुर) काम पर लौटने की अपील :प्रदेश में चिकित्सकों की सुरक्षा एवं अन्य समस्याओं को लेकर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने शुक्रवार देर रात सचिवालय स्थित अपने कक्ष में जयपुर रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन, इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन की राजस्थान शाखा, अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ, मेडिकल प्रेक्टिशनर्स सोसायटी तथा प्राइवेट हॉस्पिटल एंड नर्सिंग होम सोसायटी के पदाधिकारियों के साथ चर्चा की. सिंह ने कहा कि कोलकाता के प्रकरण को लेकर सभी व्यथित हैं और राज्य सरकार इस प्रकरण को लेकर बेहद गंभीर एवं संवेदनशील है. चिकित्सकों के साथ ऐसी घटनाएं होना दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि चिकित्सक समुदाय की पीड़ा से राज्य सरकार वाकिफ है और उनका विरोध भी सरकार के संज्ञान में है. उन्होंने चिकित्सक समुदाय से अपील की कि आमजन के हित में वे हड़ताल का रास्ता छोड़कर सांकेतिक विरोध दर्ज कराएं और रोगियों की जीवन रक्षा के लिए अपने दायित्वों का निर्वहन करें.
चिकित्सकों के अवकाश हुए निरस्त (फोटो ईटीवी भारत जयपुर) पढ़ें: कोलकाता में डॉक्टर के साथ हुई हैवानियत का विरोध: प्रदेशभर में विरोध प्रदर्शन, शनिवार को बंद रहेंगे निजी अस्पताल - Pvt Hospital On Strike On Aug 17
अस्पतालों में वैकल्पिक व्यवस्था रहेगी :अतिरिक्त मुख्य सचिव ने बताया कि चिकित्सकों की हड़ताल की स्थिति में प्रदेश के राजकीय चिकित्सा संस्थानों में वैकल्पिक व्यवस्थाएं की गई है. अस्पतालों में आपातकालीन सेवाएं एवं अन्य आवश्यक बेसिक स्वास्थ्य सेवाएं सुचारू रहेंगी. किसी भी आपात स्थिति में आवश्यक जानकारी एवं सेवाओं हेतु आमजन कंट्रोल रूम नंबर 0141-2225624 एवं 0141—2225000 पर सम्पर्क कर सकेंगे.