झुंझुनू : प्रदेश में जारी उपचुनाव की सरगर्मियों के बीच झुंझुनू हॉट सीट बनी हुई है. यहां त्रिकोणीय मुकाबले में जहां एक तरफ कांग्रेस में परंपरागत प्रत्याशी रहे ओला परिवार की साख दांव पर है, तो दूसरी बार अपनी राजनीतिक पारी को बचाने के लिए भाजपा के प्रत्याशी राजेन्द्र भाम्बू चुनौतीपूर्ण मुकाबले में सामने हैं. इस मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने के लिए निर्दलीय प्रत्याशी और पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा भी मैदान में डटे हैं.
ईटीवी भारत से बातचीत में राजेन्द्र भाम्बू ने कहा कि झुंझुनू में एक परिवार का बीते चार दशक से दबदबा रहा है. उन्होंने कहा कि झुंझुनू की जनता ने अब यहां परिवर्तन का मन बना लिया है. भाम्बू ने कहा कि ओला परिवार के लिए यह 26वां मौका है, जब वह वोट मांग रहा है, जबकि भारतीय जनता पार्टी सबके साथ और सबके विकास के नारे के साथ काम करती है. उन्होंने कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद को वैश्विक नेता के रूप में स्थापित किया है तो 10 महीने के कार्यकाल में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी अपने विजन से लोगों का दिल जीत लिया है. राजेंद्र भाम्बू ने कहा कि यमुना जल समझौता झुंझुनू के लिए लाइफ लाइन का काम करेगा. अग्निवीर को लेकर एक सवाल पर भाजपा प्रत्याशी ने कहा कि वीर सपूतों की भूमि में सैनिक बाहुल्य वोटर के बीच कांग्रेस ने जनता को भ्रमित करने का काम किया था, लेकिन अब समय के साथ लोग कांग्रेस के बहकावे को समझ चुके हैं और वो भाजपा के साथ हैं.
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गुढ़ा बोले झुंझुनू को मिलेगा नया नेतृत्व :पूर्व मंत्री और झुंझुनू से निर्दलीय प्रत्याशी राजेंद्र गुढ़ा ने दावा किया कि जनता उनके साथ है. उन्होंने कहा कि इन लोगों ने झुंझुनू की जनता पर हुकूमत की है, ना की खिदमत की है. उन्होंने कहा कि एक वर्ग विशेष ने इस क्षेत्र पर कब्जा कर लिया. चार बार कैबिनेट मंत्री का मौका झुंझुनू की जनता ने इन्हें दिया. इसी सीट से जीत कर सुमित्रा सिंह विधानसभा अध्यक्ष बनीं. इसके अलावा शीशराम ओला और बृजेंद्र ओला भी कई बार मंत्री रहे. गुढ़ा ने कहा कि इतने बड़े नेताओं का यहां से प्रतिनिधित्व करने के बाद भी यहां की जनता से मौजूद नेता पानी का वादा कर रहे हैं और जनता त्राहिमाम कर रही है. राजेंद्र गुढ़ा ने दावा किया कि जनता इस चुनाव में उनके साथ है. बाहरी प्रत्याशी के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस बार जनता को जिस नेता का इंतजार था, उनके रूप में झुंझुनू को मिल गया है. पूर्व मंत्री ने दावा किया कि इस चुनाव में उनका मुकाबला कांग्रेस से नहीं, बल्कि भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी से होगा.
परिवार कमजोरी नहीं, ताकत है :कांग्रेस प्रत्याशी अमित ओला ने कहा कि उन्होंने वोटर्स से विकास के नाम पर अपील की है और कहा कि इस विधानसभा क्षेत्र की अमन शांति के लिए मतदान किया जाना चाहिए. इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबले की बात को खारिज करते हुए कहा कि यहां उनका सीधा मुकाबला रहेगा. कांग्रेस प्रत्याशी ओला ने कहा कि सरकार बदलने के बाद पूर्व सरकार के कामों को रोक दिया गया है. वह जीत कर फिर से झुंझुनू की जनता के विकास से जुड़े कामों को आगे बढ़ाएंगे. परिवारवाद से आने के सवाल पर उन्होंने कहा कि उन्हें परिवार के नाम पर जनता का सपोर्ट मिला है ना कि चुनौती मिली है.