Railway Stops Cash Transaction: रेलवे की टिकट विंडो पर खड़े यात्रियों की ट्रेन कई बार इसलिए भी छूट जाती है क्योंकि उनके पास नगद या छुट्टे रुपए नहीं होते हैं. लेकिन अब रेलवे के टिकट काउंटर पर कैश और छुट्टे रूपयों की टेंशन खत्म हो चुकी है. रेलवे ने अब टिकट काउंटर पर डिजिटल पेमेंट की सुविधा उपलब्ध कराना शुरू कर दिया है. रतलाम रेल मंडल के सभी प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर अब आरक्षित एवं अनारक्षित टिकट काउंटरों पर क्यूआर कोड एवं यूपीआई पेमेंट की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है. यात्री अब टिकट डिजिटल पेमेंट के माध्यम से खरीद सकेंगे.
टिकट काउंटर पर डिजिटल भुगतान
दरअसल, पहले रेलवे के टिकट काउंटरों पर भुगतान के लिए केवल कैश की ही व्यवस्था उपलब्ध थी. जिसके कारण टिकट काउंटरों पर लंबी लाइन लगना एवं नगद रुपए नहीं होने की स्थिति में यात्रियों को अपनी यात्रा रद्द भी करनी पड़ती थी. आरक्षित टिकट विंडो पर कार्ड स्वाइप मशीन की सुविधा जरूर मिलती थी लेकिन डिजिटल पेमेंट में आगे बढ़ रहे भारत के लोग अब कैशलेस यात्रा करना चाहते हैं. भारतीय छोटे-छोटे भुगतान भी यूपीआई पेमेंट के माध्यम से करना पसंद करते हैं. रेलवे ने यात्रियों की इस समस्या का समाधान करते हुए टिकट काउंटर पर डिजिटल भुगतान के लिए क्यूआर कोड एवं यूपीआई भुगतान की सुविधा उपलब्ध करवाई है. वहीं, सभी प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर ऑटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीन भी लगाई गई है. जिसके माध्यम से यात्री स्वयं अपना टिकट डिजिटल भुगतान कर निकाल सकते हैं.
88 लोकेशनों पर 113 डायनेमिक क्यूआर कोड डिवाइस लगाई गई
रतलाम रेल मंडल के प्रसार विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार रतलाम मंडल में निर्बाध ऑनलाइन भुगतान विकल्पों की सुविधा के लिए 88 लोकेशनों पर 113 डायनेमिक क्यूआर कोड डिवाइस लगाई गई है. क्यूआर कोड डिवाइस से लेनदेन 07 अगस्त से शुरू हुआ और जिसमें 20 अगस्त तक लगभग 22.50 हजार यात्रियों को 11.70 हजार से अधिक टिकट जारी किए गए हैं. जिसमें 20.23 लाख से अधिक डिजिटल भुगतान दर्ज किए गए हैं. रतलाम मंडल के रतलाम, उज्जैन, इंदौर, देवास, सीहोर, शुजालपुर, चित्तौड़गढ़, नीमच, मंदसौर, जावरा, डॉ. अम्बेडकर नगर, बड़नगर, नागदा, खाचरोद सहित मंडल के कुल 88 स्टेशनों पर यह सुविधा उपलब्ध करवाई जा चुकी है . वहीं, शेष स्टेशनों पर इंस्टॉलेशन कार्य प्रगति पर है.