रामनगर/पिथौरागढ़:उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद की परीक्षाएं 27 फरवरी से जारी हैं. इसी बीच 4 मार्च को हुई कक्षा 12 वीं के गणित के प्रश्नपत्र में प्रश्न सिलेबस से बाहर के आने की बात सामने आई है. जिस पर शिक्षक संघ ने कहा कि अगर बोर्ड प्रशासन से गलती हुई है, तो सभी बच्चों को अतिरिक्त 7 अंक दिए जाएं. वहीं, उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद के अपर सचिव बृजमोहन रावत ने कहा कि मामले में जांच की जा रही है. परीक्षार्थियों के हित में भी कार्य किया जाएगा. इसके अलावा शिक्षकों के एक शिष्टमंडल ने बोर्ड सचिव को ज्ञापन भी सौंपा है.
16 मार्च को खत्म होंगी उत्तराखंड बोर्ड परीक्षाएं:बता दें कि इस बार 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षाओं में कुल 210,354 परीक्षार्थी परीक्षा दे रहे हैं. जिसमें 10वीं में 115,606 परीक्षार्थी और 12वीं में 94,748 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हो रहे हैं. 27 फरवरी से शुरू हुई ये परीक्षाएं 16 मार्च को खत्म होंगी. उत्तराखंड बोर्ड द्वारा इस बार 162 संवेदनशील के साथ -साथ अतिसंवेदनशील परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. जिसमें 156 संवेदनशील और 6 अतिसंवेदनशील केंद्र बनाए गए हैं. 10वीं कक्षा में अगर (संस्थागत) रेगुलर परीक्षार्थी की बात करें तो 113,281 परीक्षार्थी रेगुलर शामिल हो रहे हैं, जबकि 2,325 प्राइवेट परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं. 12वीं कक्षा में रेगुलर (संस्थागत) 90,351 परीक्षार्थीं शामिल हो रहे हैं, जबकि 4397 प्राइवेट परीक्षार्थीं शामिल हो रहे हैं.
गणित के पेपर में बाहर से आए प्रश्न:परीक्षार्थियों के बताया कि गणित के प्रश्न पत्र में प्रश्न 12 और 21 सिलेबस से बाहर के आए थे. ये प्रश्न हमें पढ़ाए नहीं गए हैं और वह सिलेबस से भी हटाए गए हैं, क्योंकि इस बार एनसीईआरटी द्वारा सिलेबस में काफी कटिंग की गई है. जिसके आधार पर जो प्रश्न आए हैं, वह सिलेबस में नहीं हैं. उन्होंने कहा कि प्रश्न पत्र में 7 नंबर के ऐसे सवाल पूछे गए थे, जो कि सिलेबस से बाहर के थे. पूर्व मंडलीय मंत्री राजकीय शिक्षक संघ नवेंदु मठपाल ने कहा कि अगर प्रश्न पत्र में प्रश्न सिलेबस से बाहर के आए हैं, तो छात्र-छात्राओं के हितों के साथ खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि ऐसे में उत्तराखंड बोर्ड द्वारा बच्चों को 7 नंबर का बोनस दिया जाना चाहिए.