अजमेर.प्रदेश में भजनलाल सरकार का पहला बजट बुधवार को वित्त मंत्री दीया कुमारी ने जारी किया. बजट में हर वर्ग को साधने की कोशिश की गई है. लेकिन बजट के मामले में तीर्थ नगरी पुष्कर की आस पूरी हुई या नहीं. कभी शिक्षा की नगरी से विख्यात रहे अजमेर को उसकी पहचान मिली या नहीं. प्रदेश की ह्रदय स्थली अजमेर को बजट से क्या-क्या मिला? और इस पर लोगों की क्या प्रतिक्रिया है, पढ़िए इस रिपोर्ट में...
वित्त मंत्री दीया कुमारी ने प्रदेश के हर जिले को कुछ ना कुछ दिया है. इसी तरह धार्मिक पर्यटन नगरी अजमेर को भी बजट में कई सौगात मिली है. पुष्कर पहले से ही वेडिंग डेस्टिनेशन हब बना हुआ है. लिहाजा इसको और भी बढ़ावा दिए जाने की बात बजट में कही गई है. पुष्कर नगर पालिका को नगर परिषद बनाने की घोषणा की गई है. प्रदेश में पर्यटन स्थलों के विकास के लिए 200 करोड़ रुपए दिए गए हैं. इनमें पुष्कर भी शामिल है. इसके अलावा पुष्कर न्यायालय को वरिष्ठ सिविल न्यायाधीश में क्रमोनित किया गया है. अजमेर में पेयजल किल्लत को देखते हुए नसीराबाद से कोटा तक पेयजल पाइपलाइन डालने की घोषणा की गई है. 10 जिलों में आधुनिक सुविधा से युक्त बस स्टैंड बनाए जाने की घोषणा की गई है. इसमें अजमेर भी शामिल है.
पुष्कर के हाथ लगी निराशा:तीर्थ और पर्यटन नगरी पुष्कर को लेकर बजट से लोगों को निराशा हाथ लगी. सामाजिक कार्यकर्ता अरुण पाराशर ने कहा कि भजनलाल सरकार के बजट से पुष्कर की आश पूरी नहीं हुई है. पाराशर ने कहा कि पुष्कर आदि-अनादि का तीर्थ है. यह हिंदूओं का सबसे बड़ा तीर्थ कहा जाता है. अयोध्या, काशी और उज्जैन की तर्ज पर पुष्कर के विकास को लेकर भजनलाल सरकार से उम्मीद थी. यात्रियों और पर्यटकों के लिए बुनियादी सुविधाएं पुष्कर में बढ़नी चाहिए थी. पुष्कर की धार्मिक और आध्यात्मिक पृष्ठभूमि को दृष्टिगत रखते हुए पुष्कर का सौगात दी जानी थी.
उन्होंने कहा कि सीएम बनने के बाद पुष्कर में पहली बार आए भजनलाल शर्मा ने भी कहा था कि पुष्कर का विशेष ध्यान रखा जाएगा. अजमेर सांसद भागीरथ चौधरी ने भी पुष्कर आने पर पुष्कर में कॉरिडोर बनाए जाने का जिक्र किया था. प्रदेश के पर्यटन स्थल के विकास के लिए 200 करोड़ रुपए दिए हैं. इसमें पुष्कर भी शामिल है. पुष्कर के लिए यह घोषणा ऊंट के मुंह में जीरे के समान है. पुष्कर से विधायक को राजस्थान सरकार में जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने 275 करोड़ की ब्रह्मा कॉरिडोर बनाए जाने की योजना के तहत अजमेर विकास प्राधिकरण में पिछले दिनों प्रेजेंटेशन देखा था. 24 कौसी, 84 कौसी परिक्रमा मार्ग के विकास की कोई बात बजट में नहीं की गई.