दिल्ली में अलग-अलग राज्यों से पहुंचे डॉक्टरों ने किया प्रदर्शन (ETV BHARAT) नई दिल्ली:कोलकाता में ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ रेप के बाद हुई हत्या मामले को लेकर देश भर के डॉक्टर में जबरदस्त गुस्सा है. आज इस घटना के विरोध में दिल्ली के सभी सरकारी अस्पताल के रेजीडेंट डॉक्टरों ने निर्माण भवन पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया. दरअसल, निर्माण भवन में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा का कार्यालय है. इसी के चलते रेजिडेंट डॉक्टरों ने निर्माण भवन के बाहर प्रचंड प्रदर्शन करने का निर्णय लिया.
दोपहर 2 बजे से यह विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ. बड़ी संख्या में दिल्ली के कोने-कोने से रेजिडेंट डॉक्टर इस विरोध प्रदर्शन में शामिल होने पहुंचे. इसके अलावा कुछ सीनियर डॉक्टर भी इन डॉक्टरों का हौसला बढ़ाने के लिए यहां पहुंचे. डॉक्टर हेडगेवार हॉस्पिटल में कार्यरत डॉक्टर देविका भट्ट ने कहा कि "मैं यहां अपने साथी डॉक्टरों का साथ देने आई हूं. इस तरह की घटना के लिए उन्हें अपनी आवाज उठानी चाहिए. केंद्र सरकार को सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट लागू करके डॉक्टरों को सुरक्षा देनी चाहिए."
वहीं, फेमा डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर रोहन कृष्णन ने कहा कि निर्माण भवन पर अभी यह प्रोटेस्ट चल रहा है. यहां हजारों डॉक्टरों का हुजूम है. जब तक सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट को सरकार लागू करके सभी हेल्थ केयर वर्कर्स को सुरक्षा नहीं दे देती तब तक यह जारी रहेगा.
डॉक्टर रोहन ने बताया कि दिल्ली में सारे मेडिकल एसोसिएशन एक हो चुके हैं. इस प्रदर्शन के बाद आज शाम को एक कैंडल मार्च भी निकालेंगे और पीड़िता के परिवार के लिए न्याय की मांग करेंगे. प्रदर्शन में शामिल होने आई डॉक्टर करिश्मा ने कहा कि साथी डॉक्टर के साथ रेप के बाद जो मर्डर हुआ है उसके लिए न्याय की मांग करने के लिए यहां धरना प्रदर्शन में आए हैं. हमारी मांग है कि सरकार केंद्रीय प्रोटेक्शन एक्ट को लागू करके सभी डॉक्टरों को सुरक्षा दे.
बता दें, विरोध प्रदर्शन के चलते निर्माण भवन के आसपास की सड़कों पर लोगों को जाम का भी सामना करना पड़ा. इससे पहले डॉक्टरों के प्रदर्शन को देखते हुए निर्माण भवन के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवानों को तैनात किया गया था. इनमें ट्रैफिक पुलिस कर्मी और महिला पुलिस कर्मी भी शामिल थे.