दुर्ग:रिसाली के एक निजी स्कूल में छात्रा से छेड़छाड़ का आरोप स्कूल के ही कर्मचारी पर लगा है. घटना की जानकारी सामने आने के बाद नाराज परिजन स्कूल पहुंच गए. परिजनों ने स्कूल के बाहर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की. परिजनों की मांग थी कि ''स्कूल प्रबंधन घटना की जानकारी को छुपाने के बजाए सामने लाए''. परिजनों का ये भी कहना था कि ''स्कूल प्रबंधन मामले को दबाने की कोशिश कर रहा है''. घटना पर स्कूल प्रबंधन का कहना है कि ''वीडियो फुटेज में ऐसी कोई बात सामने नहीं आई है जिसका आरोप नाराज लोग लगा रहे हैं''.
निजी स्कूल के खिलाफ पालकों का प्रदर्शन:जिन लोगों के बच्चे इस स्कूल में पढ़ते हैं उनको परिजन आज बड़ी संख्या में स्कूल पहुंच गए. परिजनों का आरोप था कि ''स्कूल में बच्ची के साथ छेड़छाड़ की घटना हुई है. स्कूल प्रबंधन खुद को बचाने के लिए मामले को छिपाने की कोशिश कर रहा है''. पालकों का ये भी आरोप था कि ''आज अगर घटना को दबा दिया गया तो भविष्य में फिर से ऐसी घटना हो सकती है''. स्कूल प्रबंधन ने साफ किया है कि ''इस तरह की कोई घटना नहीं हुई है. स्कूल के भीतर का वीडियो फुटेज पुलिस को दे दिया गया है.''
''पांच जुलाई की घटना है. हमें इसकी जानकारी 6 जुलाई को पता चली. हमने पेरेंटस के साथ बैठक की. वीडियो फुटेज देखकर परिवार वालों का कहना था कि उनको कुछ समझ नहीं आ रहा है. हमने दोबारा उनको फुटेज देखने के लिए बुलाया. बच्ची ने जिसपर आरोप है उसे पहचानने से इनकार कर दिया. स्कूल में गेम के दौरान बच्ची को उल्टी आती है बाद में उसे फेसवाश से बाद वापस लाया जाता है. बच्ची अपने टीचर के साथ स्कूल बस से घर चली जाती है. जांच टीम को हमने वहीं बताया जो मीडिया के सामने कहा. परिजन को हमने फुटेज पूरा दिखाया है. पुलिस को भी हमने फुटेज दिखाया है. पुलिस ने मामला छुपाने की बात नहीं की. पेरेंटस को बुलाकर हमने इसलिए मीटिंग की है क्योंकि घटना को लेकर गलतफहमी फैली हुई है. अभी जो पेरेंटस आएं हैं वो अपनी मर्जी से आए हैं. स्कूल में सुरक्षा व्यवस्था बिल्कुल ठीक है. हमें कहा गया जबतक जांच चल रही है अटेंडेंट को नहीं बुलाएं.''- प्रशांत वशिष्ठ, प्रिंसिपल डीपीएस, रिसाली