रायपुर: किसानों को ठंड के मौसम में पत्ता गोभी से लाभ मिल सकता है,बशर्ते वो जिस तकनीक से खेती कर रहे हो वो फायदेमंद हो.क्योंकि अच्छे तकनीक से खेती करने पर किसानों को उत्पादन और लाभ दोनों ही ज्यादा मिलेगा. अपने आर्टिकल में आज हम बताएंगे कि पत्ता गोभी की किन किस्मों को लगाकर किसान लाभ कमा सकते हैं. पत्ता गोभी की खेती करते समय प्रदेश के किसानों को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए. किस तरह की सावधानी बरतनी चाहिए. यदि किसान पत्ता गोभी की सही खेती करता है तो प्रति हेक्टेयर 1 लाख 10 हजार रुपए की कमाई कर सकता है.
किन किस्मों का करें इस्तेमाल ?:इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ घनश्याम दास साहू ने बताया कि "गोभी वर्गीय फसलों में दूसरी प्रमुख फसल पत्ता गोभी मानी गई है. प्रदेश के किसान अगर पत्ता गोभी की खेती करते हैं, तो यह भी काफी मुनाफा देने वाला है.
पत्ता गोभी उगाने वाले किसान होंगे मालामाल, बस कर लें ये छोटा सा काम - cabbage farming - CABBAGE FARMING
Profit from cabbage farming ठंड के मौसम में सब्जी बाजार में पत्ता गोभी बिकती है.छत्तीसगढ़ के किसान पत्तागोभी की खूब खेती भी करते हैं.लेकिन यदि पत्ता गोभी की खेती सही तरीके से की जाए तो किसानों को मुनाफा दोगुना होगा.आज हम आपको बताएंगे कि पत्ता गोभी की किन किस्मों को लगाने से मुनाफा ज्यादा होगा.Know which varieties will yield profit
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team
Published : Sep 29, 2024, 6:58 AM IST
|Updated : Sep 29, 2024, 7:51 AM IST
''पत्ता गोभी की खेती करते समय किसानों को कतार से कतार की दूरी 45 सेमी और पौधे से पौधे की दूरी 45 सेमी रखनी चाहिए. पत्ता गोभी की किस्म में अर्ली ड्रम हेड, पूसा ड्रम हेड, पूसा मुक्ता जैसी किस्म जो छत्तीसगढ़ सहित मध्य भारत के लिए उपयुक्त मानी गई है." डॉ घनश्याम दास साहू,वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक
कैसे फसल को रखें सुरक्षित :इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ घनश्याम दास साहू ने आगे बताया कि "पत्ता गोभी की खेती करते समय किसानों को कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक है. किसानों को पत्ता गोभी की खेती करते समय प्लास्टिक पलवार के माध्यम से करना चाहिए. पलवार के माध्यम से खेती करते हैं तो खरपतवार से पत्ता गोभी सुरक्षित रहता है. प्रदेश के जो किसान प्लास्टिक पलवार के माध्यम से खेती नहीं कर पा रहे है, उन्हें 30 से 35 दिनों के अंतराल में निदाई गुड़ाई करना चाहिए. इससे पत्ता गोभी का अधिक उत्पादन भी होगा. जब भी किसान पत्ता गोभी की खेती करते हैं तो उन्हें इस बात का भी विशेष ध्यान रखना होगा कि उन्हें समय पर सिंचाई करना भी जरूरी है. पत्ता गोभी को अंतर्वतीय फसल के रूप में भी कर सकते हैं."