प्रयागराज :सीएम योगी आदित्यनाथ शनिवार को प्रयागराज पहुंचे. इस दौरान उन्होंने महाकुम्भ मेले में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए कई सौगातों का शुभारंभ किया. सीएम ने मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं के लिए आश्रय स्थल और सेंट्रल हॉस्पिटल का शुभारंभ किया. इसके अलावा कंप्यूटरीकृत खोया-पाया केंद्र का भी उद्घाटन किया. इसके अलावा सीएम योगी ने अरैल इलाके में बने पार्क और अन्य सुविधाओं का भी लोकार्पण किया.
सीएम योगी ने महाकुंभ के लिए कई सेवाओं का किया शुभारंभ. (Photo Credit; ETV Bharat) संगम की रेती पर लगने वाले दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक मेले में आने वाले लोगों के लिए सरकार तमाम तरह की सुविधाएं मुहैया कराने के लिए प्रयासरत है. भीषण ठंड में श्रद्धालुओं के रुकने से लेकर उनकी सुरक्षा के भी इंतजाम किए जा रहे हैं.
सीएम योगी ने आश्रय स्थल की सुविधाएं देखीं. (Photo Credit; ETV Bharat) शनिवार को सीएम ने मेला क्षेत्र में 250 बेड की क्षमता वाले 100 सार्वजनिक आश्रय स्थलों में से तैयार हो चुके एक आश्रय स्थल का उद्घाटन किया. कंप्यूटरीकृत खोया-पाया केंद्र की भी शुरुआत की. आश्रय स्थलों में बेड के साथ ही गद्दे, तकिए और साफ चादरें उपलब्ध करवाई जाएंगी. इन आश्रय स्थलों में पुरुष और महिलाओं के लिए अलग-अलग शौचालय और स्नानघर की भी व्यवस्था की गई है.
श्रद्धालु नाम मात्र का किराया देकर आश्रय स्थल में ठहर सकेंगे. (Photo Credit; ETV Bharat) इन आश्रय स्थलों में प्रतिदिन साफ सफाई होगी. चादरों को भी बदला जाएगा. इसके साथ ही पीने के लिए साफ पानी और 24 घंटे सुरक्षा का इंतजाम रहेगा. इन सुविधाओं के उपयोग के लिए श्रद्धालुओं को नाम मात्र का शुल्क चुकाना होगा. महाकुम्भ में आम दिनों में रुकने वाले श्रद्धालुओं को पहले दिन के लिए 100 रुपये और दो दिन रुकने पर पहले दिन 100 रुपये जबकि दूसरे दिन 200 रुपये किराया देना होगा.
महाकुंभ में लोगों को कई तरह की सुविधाएं मिलेंगी. (Photo Credit; ETV Bharat) मुख्य स्नान पर्व और उसके आसपास के दिनों में यह शुल्क पहले दिन के लिए 200 रुपये और दो दिन के ठहराव के लिए पहले दिन 200 रुपये जबकि दूसरे दिन 400 रुपये होगा. कैश के साथ ही डिजिटल माध्यम से भी भुगतान करने की सुविधा रहेगी. मेला क्षेत्र में यह आश्रय स्थल उन तीर्थ यात्रियों के लिए बनाया गया है जो होटल, गेस्ट हाउस या निजी शिविर का खर्च नहीं उठा सकते हैं.
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