रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के पहले चरण के लिए वोटिंग हो जाने के बाद अब सभी पार्टियां दूसरे चरण की तैयारियों में जी जान से जुटी है. दूसरे चरण में जिन इलाकों में मतदान होना है उसमें संथाल का वह मजबूत इलाका भी शामिल है. जहां झारखंड मुक्ति मोर्चा बेहद मजबूत मानी जाती रही है.
इस बार संथाल में झामुमो को कमजोर करने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने बांग्लादेशी घुसपैठ के मुद्दे को जोरशोर से उठाया है. वहीं झामुमो-कांग्रेस सरकार की मंईयां सम्मान योजना के भरोसे उन महिला वोटरों को अपनी ओर करने की है जो भाजपा के साइलेंट वोटर माने जाते रहे हैं.
झामुमो-कांग्रेस की योजना में पार्टी के स्टार प्रचारकों खास कर महिला नेताओं कल्पना सोरेन की अधिक से अधिक सभाएं कराने की है. झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस की रणनीति इन इलाकों में भाजपा के मुख्य मुद्दा "घुसपैठ" को फुस्स करने की भी है.
दूसरे चरण की तैयारी और पहले चरण की वोटिंग को लेकर झामुमो नेता मनोज पांडेय का कहना है कि पहले चरण की वोटिंग से हम उत्साहित हैं. उनका दावा है कि जनता ने जो जनादेश दिया है उससे तय है कि एक फिर से प्रदेश में गठंबधन की सरकार बननी तय है. वहीं दूसरी ओर कांग्रेस नेता निरंजन पासवान का मानना है कि हमारी रणनीति तय है, रणनीति बदलने का काम भाजपा करती है. घुसपैठ के सवाल पर उन्होंने कहा कि भाजपा सिर्फ बाहरी-भीतरी का हवा बना रही है.