कुशीनगर:कुशीनगर जिले की रविंद्रनगर थाने की पुलिस ने मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सक्रिय दलालों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. ये दलाल अस्पताल में आने वाले मरोजों को सस्ते इलाज का झांसा देकर एंबुलेंस से निजी अस्पतालों में भेज देते थे. जहां मरीज और उनके परिजनों से ठगी की जाती थी. पुलिस ने छह दलालों को गिरफ्तार किया है.
कुशीनगर मेडिकल कॉलेज में पुलिस ने चलाया अभियान, मौके से छह दलाल गिरफ्तार, जांच और दवा के नाम पर गरीबों का चूस रहे खून - Police campaign in Medical College
कुशीनगर के सरकारी मेडिकल कॉलेज में पुलिस ने विशेष अभियान चलाकार मौके से छह दलाल को गिरफ्तार किया है. ये दलाल गरीब मरीजों को दवा और जांच के नाम पर ठग रहे थे. पुलिस आगे भी ऐसी कार्रवाई जारी रखने की बात कह रही है.

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team
Published : Mar 16, 2024, 9:00 PM IST
भोले भाले मरीजों को बनाते हैं निशाना:एएसपी अभिनव त्यागी ने पूरी कार्रवाई के बारे में बताया कि, दलालों का गिरोह स्वशासी राजकीय मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए आने मरीजों को प्राइवेट एम्बुलेंस से ले जाकर निजी नर्सिंग होम और प्राइवेट हास्पिटल में भर्ती कराकर धन उगाही कर रहा था. इन दलालों को रविंद्रनगर धूस के थानाध्यक्ष संजय कुमार ने पुलिस और स्वाट टीम के सहयोग से गिरफ्तार किया. गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ कई धाराओं में कार्रवाई की जा रही है.
पुलिस के हत्थे चढ़े छह दलाल:गिरफ्तार आरोपियों के नाम हैं, भिसवा निवासी उपेन्द्र गौड़, सहजवलिया निवासी दिलीप सिंह, भिसवा निवासी अखिलेश कुमार राय, माधोपुर गौजही निवासी राजकुमार गोंड , भैसही निवासी जनार्दन शर्मा और जंगल चौरिया निवासी अमन कुमार निषाद
विरोध करने पर गार्ड और स्टाफ से करते झगड़ा:पुलिस के मुताबिक इन दलालों का एक गिरोह है, ये गिरोह पैसा उगाही के लिए स्वशासी राजकीय मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए आने वाले भोले भाले मरीजों और उनके परिजनों से दलाली करते हैं. मरीजों के हाथ से पर्ची लेकर निजी दवाई दुकानों पर दवाएं लेने के लिए मरीजों के परिजनों से जबरदस्ती करते हैं. इतना ही नहीं एंबुलेस ड्राइवरों से मिलकर भर्ती मरीजों को दूसरे प्राईवेट अस्पतालों में ले जाते हैं. मेडिकल कालेज में तैनात होमगार्डो और स्टॉफ की ओर से विरोध करने पर उनसे झगड़ा करने लग जाते हैं.
यह भी पढ़ें :महिला की हत्या का दर्ज था मुकदमा, पुलिस ससुरालवालों को पकड़ने के लिए दे रही दबिश, महिला एक साल बाद दूसरे पति के साथ MP में मिली