सरगुजा :अंबिकापुर में व्यापारी के बेटे की गोली मारकर हत्या की गई थी.जिसमें पुलिस ने खुलासा करते हुए मुख्य आरोपी को गिरफ्तारी के बाद जेल भेजा है.लेकिन आरोपी ने जो सच पुलिस को बताया उसे सुनने के बाद हर किसी के होश उड़ गए.क्योंकि जो कारण आरोपी ने पुलिस को बताया है उस पर यकीन कर पाना हर किसी के लिए मुमकिन नहीं है.आईए जानते हैं आखिर व्यापारी के बेटे की हत्या क्यों की गई.
क्या है मामला ?:बुधवार की सुबह एक युवक की हत्या की खबर पुलिस को मिली. अंबिकापुर शहर से लगे चठिरमा जंगल में एक कार में युवक का शव बरामद हुआ था. सूचना पर गांधीनगर पुलिस, समेत फॉरेंसिक एक्सपर्ट और एडिशनल एसपी मौके पर पहुंचे थे. मामले की जांच शुरू कर दी गई थी. जिसमें युवक के सीने पर तीन गोली मारी गई थी
हत्यारे ने कबूलनामे ने बढ़ा दी टेंशन (ETV Bharat Chhattisgarh) एक दिन पहले घर से निकला था युवक : पुलिस के मुताबिक व्यवसायी का बेटा मंगलवार की शाम को घर से निकला था. लेकिन वो घर नहीं आया. लापता होने की आशंका पर परिजन ने गांधीनगर थाने में सूचना दी थी.जिसके बाद पुलिस युवक के मोबाइल लोकेशन के आधार पर तलाश कर रही थी. लेकिन फोन बंद था, मोबाइल सीडीआर के आधार पर कुछ संदेहियों से पूछताछ करने पर पुलिस ने युवक का लोकेशन तो पता कर लिया, लेकिन जंगल में खड़ी कार के अंदर युवक का शव मिला.इसके बाद पुलिस ने एक संदेही को गिरफ्तार किया.जो असली आरोपी निकला.एसपी सरगुजा योगेश पटेल ने बताया कि "20 अगस्त को रात 9 बजे गांधीनगर थाने में गुम इंसान की रिपोर्ट दर्ज की गई थी. 21 की सुबह टेक्नीकल इनपुट के आधार पर पुलिस ने संदेही संजीव मंडल को हिरासत में लिया.निशानदेही पर डिगमा के पास जंगल से लापता युवक 23 वर्षीय अक्षत अग्रवाल का शव एक कार में बरामद किया. ''आरोपी ने बताया कि उसने ही हत्या की है. अक्षत अग्रवाल ने उसे हत्या करने के लिये पैसे दिये थे. लालच में उसने तीन गोली मार कर उसकी हत्या कर दी, ऐसा आरोपी ने बताया है, लेकिन अभी पुलिस हर पहलू पर जांच कर रही है, इसमे अन्य लोग तो शामिल नही हैं, जांच में जो भी पहलू सामने आएंगे उसे विवेचना में शामिल किया जाएगा"- योगेश पटेल, एसपी
फिलहाल पुलिस ने हत्या के आरोप में एक आरोपी संजीव मंडल को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है. आरोपी ने मृतक पर ही अपनी हत्या करवाने का आरोप लगाया है. ये बात बड़ी अजीब है और मृतक के परिजन भी इस बात से संतुष्ट नही हैं. आखिर कोई अपनी ही हत्या करने के लिए सुपारी क्यों देगा. सवाल ये भी है कि यदि युवक को आत्महत्या ही करना था तो वो इसके लिये 50 हजार नकद समेत जेवर देकर अपनी हत्या किसी और से क्यों कराएगा. ये मामला अब और भी उलझा हुआ दिख रहा है, अब देखना होगा की पुलिस की आगे की जांच में क्या नए खुलासे होते हैं.
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