पटनाःपीएम नरेंद्र मोदी ने बिहार को बड़ी सौगात दी. बिहटा आईआईटी पटना में 460 करोड़ की लागत से भवनों का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उद्घाटन किए. मौके पर पटना आईआईटी के निदेशक प्रो टीएन सिंह, स्थानीय भाजपा सांसद रामकृपाल यादव के अलावा आईआईटी पटना के तमाम अधिकारी और भारत सरकार के अधिकारी मौजूद थे. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी जुड़े हुए थे.
17 विभिन्न भवनों का उद्घाटनःआईआईटी पटना की स्थापना बिहटा के अमहरा गांव में 2010 में हुआ था. पहले फेज में कुछ भवनों का निर्माण हुआ था. अब आईआईटी पटना में छात्र-छात्राओं की संख्या और फैक्लिटी विस्तार हुआ है. छात्र-छात्राओं को शोध और पढ़ाई में परेशानी हो रही थी. इसी को देखते हुए केंद्र सरकार के तहत 460 करोड़ का भवन बनाया गया. मंगलवार को पीएम ने वीसी के माध्यम से 17 विभिन्न भवनों का उद्घाटन किया.
'पढ़ाई और शोध में नहीं होगी समस्या': कार्यक्रम की शुरुआत में पटना आईआईटी के निदेशक ने सबसे पहले भाजपा सांसद रामकृपाल यादव को अंग वस्त्र और प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया. भवनों के निर्माण में लगे इंजीनियर और अधिकारियों को भी सम्मानित किया गया. भाजपा सांसद रामकृपाल यादव ने पीएम को धन्यवाद देते हुए कहा कि आज 17 विभन्न भवन का उद्घाटन किया गया है. सांसद ने कहा कि आईआईटी पटना के स्टूडेंट को समस्या नहीं होगी. बताया कि प्रधानमंत्री का सपना है कि देश विकसित भारत बने.
"मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार वयक्त करना चाहता हूं कि आईआईटी पटना के परिसर में 17 विभिन्न भवनों का उद्घाटन करने का काम किया. यहां के शिक्षकों, कर्मचारियों और अधिकारियों के लिए भवन को समर्पित करने का काम किया. यहां हॉस्टल की कमी थी. रिसर्च में परेशानी होती थी. इन सब समस्या को देखते हुए प्रधानमंत्री ने इसे दूर करने काम किया."- रामकृपाल यादव, भाजपा सांसद
निदेशक ने पीएम का जताया आभारः पटना आईआईटी के निदेशक प्रो. टीएन सिंह ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आभार जताया. कहा कि पिछले कई सालों से समस्या हो रही थी. जिसे आज दूर कर दिया गया है. 17 भवनों का प्रधानमंत्री ने उद्घाटन किया है. फेज टू में छात्र-छात्राओं के लिए छात्रावास, एकेडमिक बिल्डिंग, स्टाफ के लिए रहने की व्यवस्था की गई है. शोध के लिए विभिन्न विभागों के भवनों का उद्घाटन कर दिया गया.