नई दिल्ली: दिल्ली में होने वाले लोकसभा चुनाव में पहली बार ऐसा होगा कि कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी व अन्य कांग्रेस नेता जिनका मतदाता पहचान पत्र नई दिल्ली इलाके का है, वह अपनी पार्टी के प्रत्याशी को वोट नहीं डाल सकेंगे. क्योंकि नई दिल्ली लोकसभा सीट पर इस बार कांग्रेस का कोई प्रत्याशी चुनाव नहीं लड़ रहा है. इंडिया गठबंधन में शामिल आम आदमी पार्टी (AAP) के खाते में यह सीट गई है और यहां से AAP ने सोमनाथ भारती को उम्मीदवार बनाया है.
ETV भारत ने इस संबंध में सबसे पहले स्टोरी ब्रेक की थी. अब रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान में चुनाव प्रचार के दौरान यह बात मंच से राजस्थान की जनता से साझा किया. नई दिल्ली क्षेत्र में रहने वाले कांग्रेस नेताओं द्वारा इस बार पार्टी को वोट नहीं करने पर अब पीएम ने कहा "कांग्रेस आजादी के इतिहास में पहली बार होगा जब दिल्ली में कांग्रेस का शाही परिवार, कांग्रेस को वोट नहीं देगा." ऐसा क्यों हो रहा? जानिए.
कांग्रेस के शीर्ष नेता क्यों नहीं डाल सकेंगे वोट?दिल्ली में लगातार 10 वर्षों से लोकसभा चुनाव हार रही कांग्रेस ने इस बार चुनाव में इंडिया गठबंधन के तहत आम आदमी पार्टी के साथ मिलकर चुनाव मैदान में उतारने का फैसला लिया है. दिल्ली की कुल सात लोकसभा सीटों में से आम आदमी पार्टी चार लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ रही है. वहीं, कांग्रेस तीन लोकसभा सीटों पर. आम आदमी पार्टी के खाते में जो लोकसभा सीट गई है वह है नई दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली, पूर्वी दिल्ली और पश्चिमी दिल्ली.
वहीं कांग्रेस के पास चांदनी चौक, उत्तर पूर्वी और उत्तर पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट है. नई दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से ही पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा मतदाता हैं. प्रत्येक चुनाव में यह सभी वोट भी देने जाते हैं, लेकिन इस बार कांग्रेस का कोई प्रत्याशी सीट पर नहीं होगा. तो अगर यह वोट देने जाते हैं तो वह वोट आम आदमी पार्टी प्रत्याशी को देना इनकी मजबूरी होगी.
कब है नई दिल्ली लोकसभा सीट पर वोटिंग?दिल्ली की सभी सात लोकसभा सीट पर छठे चरण में 25 मई को मतदान होने हैं और नतीजा 4 जून को आएंगे. इसी दिन नई दिल्ली लोकसभा सीट के लिए वोटिंग होगी और कांग्रेस के शीर्ष नेता वोट डालने जाएंगे.