उत्तरकाशी:भटवाड़ी विकासखंड के सबसे दूरस्थ गांव पिलंग को जोड़ने वाली निर्माणाधीन सड़क पर पुल निर्माण का काम अभी तक पूरा नहीं हो पाया है. जिस पुल को साल 2022 में ही पांच महीने के भीतर पूरा किया जाना था, उसके निर्माण में करीब तीन साल का समय लग गया है. जिस कछुआ गति से काम हो रहा है, उससे अनुमान लगाया जा रहा है कि पुल निर्माण में काफी समय लग सकता है. जिसके चलते ग्रामीणों को परेशानियों से दो चार होना पड़ रहा है.
पिलंग गांव के ग्राम प्रधान अत्तर राणा, नागेंद्र सिंह, सुरेंद्र, पूरण सिंह, हरिओम आदि का कहना है कि आज भी उन्हें गांव पहुंचने के लिए करीब 12 से 15 किमी की दूरी तय करनी पड़ती है. करीब तीन साल पहले जब मल्ला-सिल्ला रोड से पिलंग गांव के लिए सड़क कटनी शुरू हुई तो उनकी उम्मीद जगी कि उन्हें अब आदम युग से राहत मिलेगी, लेकिन अभी तक सड़क नहीं पहुंच पाई. अभी गांव के लिए करीब 6 किमी की सड़क कटिंग हो चुकी है, लेकिन अभी भी काफी कटिंग होनी बाकी है.
पिलंगगाड़ पर बनाया जा रहा 48 मीटर स्पान का पुल, कछुआ गति से हो रहा निर्माण:ग्राम प्रधान अत्तर राणा ने बताया कि इस निर्माणाधीन सड़क को जोड़ने के लिए किमी दो पर पिलंगगाड़ (नदी) पर 48 मीटर स्पान के पुल का निर्माण किया जा रहा है. जिसे साल 2022 में पांच महीने में पूरा होना था, लेकिन तीन साल बीत जाने के बाद भी अभी तक इसमें मात्र एबेंडमेंट निर्माण के अलावा कोई काम आगे नहीं बढ़ पाया है.