झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / state

लातेहार की बदलती तस्वीर, जन अदालत नहीं अब जन शिकायत समाधान कार्यक्रम - jan shikayat samadhan program

Police-public relation. लातेहार में जन शिकायत समाधान कार्यक्रम में आम लोगों की भीड़ लगी. लाल आतंक की धरती के नाम से कुख्यात रहे इस जिले से यह सुखद संदेश है.

people gathered in jan shikayat samadhan program in Latehar
जन शिकायत समाधान कार्यक्रम में पहुंचे लोग (ईटीवी भारत)

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Sep 10, 2024, 4:59 PM IST

लातेहारः पुलिस प्रशासन के द्वारा अनुमंडल स्तर पर लगाए गए जन शिकायत समाधान कार्यक्रम के दौरान लातेहार में एक अलग ही तस्वीर दिखी. जन शिकायत समाधान कार्यक्रम में जिस प्रकार बड़ी संख्या में लोग पहुंचे और अपनी-अपनी समस्याओं को पदाधिकारी के समक्ष रखा, यह लातेहार जैसे जिले के लिए काफी सुखद बात है. यहां के ग्रामीणों का विश्वास अब नक्सलियों के जन अदालत से पूरी तरह समाप्त होकर पुलिस और प्रशासन के जन शिकायत समाधान के प्रति बढ़ गया.

जानकारी देते संवाददाता राजीव कुमार (ईटीवी भारत)

दरअसल लातेहार जिला कुछ वर्ष पहले तक घोर नक्सल प्रभावित जिला हुआ करता था. पूरा जिला नक्सलियों की जन अदालत के लिए बदनाम था. ग्रामीण अपनी समस्याओं को लेकर पुलिस प्रशासन के पास ना जाकर नक्सलियों के पास चले जाते थे. परंतु पिछले कुछ वर्षों से जिस प्रकार नक्सलियों का साम्राज्य खत्म हुआ, उसके बाद लोगों का विश्वास पुलिस प्रशासन के प्रति बढ़ने लगा है. अब लोग अपनी समस्याओं को लेकर पुलिस प्रशासन के पास निर्भीक होकर पहुंचने लगे हैं.

जन शिकायत समाधान कार्यक्रम में पुलिस पदाधिकारी (ईटीवी भारत)

500 से अधिक आवेदन आए

लातेहार जिले के चार अनुमंडल क्षेत्र में लगाए गए जन शिकायत समाधान कार्यक्रम में जिस प्रकार आम ग्रामीणों की भीड़ लगी, वह लातेहार की एक सुखद तस्वीर बयां कर रही थी. पूरे जिले में जन शिकायत समाधान कार्यक्रम में 500 से अधिक आवेदन ग्रामीणों के द्वारा सौंप गए. हालांकि इनमें से अधिकांश भूमि विवाद से संबंधित था. इसके अलावे पुलिस से संबंधित भी कई मामले आए. अच्छी बात तो यह है कि सबसे अधिक आवेदन उन क्षेत्रों से आए जहां कभी नक्सलियों का एकक्षत्र साम्राज्य चलता था.

समस्या सुनते पदाधिकारी (ईटीवी भारत)

लातेहार जिला मुख्यालय में लगे जन शिकायत कार्यक्रम में आईजी राजकुमार लकड़ा और एसपी कुमार गौरव ने खुद ग्रामीणों की समस्या को सुनकर 21 दिनों के अंदर उनकी समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया. कार्यक्रम में उपस्थित लातेहार अनुमंडल क्षेत्र के सभी पुलिस पदाधिकारी और प्रशासनिक पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि 21 दिन के अंदर ग्रामीणों की समस्या का समाधान करें. आवेदन देने वाले सभी ग्रामीणों को एक-एक पावती रसीद भी दी गई.

कड़ी मेहनत से बदली लातेहार की तस्वीर

लातेहार जिले को जन अदालत से हटकर जन शिकायत समाधान केंद्र तक लाने में कई पुलिस अधिकारियों की भूमिका महत्वपूर्ण रही. इसमें लातेहार के पूर्व एसपी अंजनी अंजन का नाम सबसे ऊपर आता है. उनके कार्यकाल में जिस प्रकार नक्सलियों का समूल नाश हुआ, वह अपने आप में एक मिसाल है. पूर्व एसपी अंजनी अंजन को नक्सलियों के खिलाफ अभियान में हर कदम पर सहयोग और मार्गदर्शन देने वाले आईजी राजकुमार लकड़ा की भूमिका भी लातेहार को उग्रवाद मुक्त बनाने में काफी महत्वपूर्ण थी. लातेहार के लिए अच्छी बात यह है कि पुलिस मुख्यालय के द्वारा लातेहार जिले में लगे जन शिकायत समाधान कार्यक्रम की मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी आईजी राजकुमार लकड़ा को दी गई है.

ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान इस कार्यक्रम का उद्देश्य

आईजी राजकुमार लकड़ा ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए बताया कि ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान करना इस कार्यक्रम का मूल उद्देश्य है. उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन से जुड़े मामलों के अलावे सिविल प्रशासन से संबंधित मामले भी यहां ग्रामीणों के द्वारा रखे जा रहे हैं. हमारा उद्देश्य है कि ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान यथाशीघ्र कर दिया जाए. उन्होंने कहा कि इस प्रकार का कार्यक्रम अब प्रत्येक महीने किया जाना है.
ये भी पढ़ेंः

जन शिकायत समाधान कार्यक्रमः लोगों ने सदर थाना को शिफ्ट करने की रखी मांग - Jan Shikayat Samadhan

जन शिकायत समाधान कार्यक्रम, पुलिस के पास पहुंच रहे लोग - Jan Shikayat Samadhan in bokaro

21 जिलों में जन शिकायत कार्यक्रम शुरू, वरीय अधिकारी सुन रहे समस्याएं - Public Grievance Program


ABOUT THE AUTHOR

...view details