लातेहारः पुलिस प्रशासन के द्वारा अनुमंडल स्तर पर लगाए गए जन शिकायत समाधान कार्यक्रम के दौरान लातेहार में एक अलग ही तस्वीर दिखी. जन शिकायत समाधान कार्यक्रम में जिस प्रकार बड़ी संख्या में लोग पहुंचे और अपनी-अपनी समस्याओं को पदाधिकारी के समक्ष रखा, यह लातेहार जैसे जिले के लिए काफी सुखद बात है. यहां के ग्रामीणों का विश्वास अब नक्सलियों के जन अदालत से पूरी तरह समाप्त होकर पुलिस और प्रशासन के जन शिकायत समाधान के प्रति बढ़ गया.
दरअसल लातेहार जिला कुछ वर्ष पहले तक घोर नक्सल प्रभावित जिला हुआ करता था. पूरा जिला नक्सलियों की जन अदालत के लिए बदनाम था. ग्रामीण अपनी समस्याओं को लेकर पुलिस प्रशासन के पास ना जाकर नक्सलियों के पास चले जाते थे. परंतु पिछले कुछ वर्षों से जिस प्रकार नक्सलियों का साम्राज्य खत्म हुआ, उसके बाद लोगों का विश्वास पुलिस प्रशासन के प्रति बढ़ने लगा है. अब लोग अपनी समस्याओं को लेकर पुलिस प्रशासन के पास निर्भीक होकर पहुंचने लगे हैं.
500 से अधिक आवेदन आए
लातेहार जिले के चार अनुमंडल क्षेत्र में लगाए गए जन शिकायत समाधान कार्यक्रम में जिस प्रकार आम ग्रामीणों की भीड़ लगी, वह लातेहार की एक सुखद तस्वीर बयां कर रही थी. पूरे जिले में जन शिकायत समाधान कार्यक्रम में 500 से अधिक आवेदन ग्रामीणों के द्वारा सौंप गए. हालांकि इनमें से अधिकांश भूमि विवाद से संबंधित था. इसके अलावे पुलिस से संबंधित भी कई मामले आए. अच्छी बात तो यह है कि सबसे अधिक आवेदन उन क्षेत्रों से आए जहां कभी नक्सलियों का एकक्षत्र साम्राज्य चलता था.
लातेहार जिला मुख्यालय में लगे जन शिकायत कार्यक्रम में आईजी राजकुमार लकड़ा और एसपी कुमार गौरव ने खुद ग्रामीणों की समस्या को सुनकर 21 दिनों के अंदर उनकी समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया. कार्यक्रम में उपस्थित लातेहार अनुमंडल क्षेत्र के सभी पुलिस पदाधिकारी और प्रशासनिक पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि 21 दिन के अंदर ग्रामीणों की समस्या का समाधान करें. आवेदन देने वाले सभी ग्रामीणों को एक-एक पावती रसीद भी दी गई.
कड़ी मेहनत से बदली लातेहार की तस्वीर