रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में इन दिनों गुलदारों के आतंक से लोग काफी डरे हुए है. जखोली क्षेत्र में लोग गुलदारों के डर से रात में तो छोड़ों दिन भी घर से बाहर निकलने से कतरा रहे है. ग्रामीणों की चिंता ये है कि अब गुलदार जंगलों ने नहीं, बल्कि घरों में घुसकर शिकार कर रहा है.
बता दें कि रुद्रप्रयाग जिले के जखोली क्षेत्र में दो से तीन गुलदार घूम रहे हैं, जिन्हें अलग-अलग क्षेत्रों में देखा गया है. क्षेत्र में गुलदार की धमक से दहशत का माहौल बन गया है. वन विभाग को भी गुलदार को पकड़ने में कोई सफलता नहीं मिल रही है. हालांकि वन विभाग की टीम इलाके में गश्त कर लोगों को जागरुक करने के साथ-साथ उनका डर कम करने का प्रयास जरूर कर रही है. ग्रामीणों की मांग है कि गुलदार को पकड़ने के लिए वन विभाग को पिंजरा लगाना चाहिए.
गुलदार की दहाड़ से सहमा रुद्रप्रयाग का जखोली (ETV Bharat) ग्रामीणों की माने तो बीते दिनों जखोली क्षेत्र में गुलदार के दहाड़ने की आवाज भी सुनाई दी थी, जिसका वीडियो भी सामने आया था. वीडियो जखोली क्षेत्र के देवल गांव का बताया जा रहा है. ग्रामीणों के अनुसार गुलदार काफी देर तक दहाड़ता रहा. इसके बाद रात को ही गुलदार आस-पास के गांवों में भी देखा गया.
वहीं बीजेपी के प्रदेश सह मीडिया प्रभारी कमलेश उनियाल ने रुद्रप्रयाग डीएफओ से क्षेत्र में पिंजरा लगाकर गुलदार को पकड़ने की मांग की. कमलेश उनियाल ने कहा कि वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि गुलदार आबादी वाले क्षेत्र में आ रहा है, जिससे भविष्य में कोई बड़ी घटना घट सकती है. इसीलिए उन्होंने डीएफओ रुद्रप्रयाग से वार्ता कर तत्काल गुलदार को पकड़ कर रिजर्व वन क्षेत्र में भेजने को कहा है.
एसडीओ जखोली डॉ दिवाकर पन्त ने कहा कि जखोली क्षेत्र में वन्य जीवों की गतिविधियों को देखते हुए वन प्रभाग की ओर से क्षेत्र की लगातार पेट्रोलिंग की जा रही है. वन विभाग की टीमें लगातार क्षेत्र में बनी हुई है और लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है.
उप प्रभागीय वनाधिकारी जखोली डॉ दिवाकर पन्त व उप प्रभागीय वनाधिकारी रुद्रप्रयाग देवेन्द्र सिंह पुण्डीर के नेतृत्व में कर्मचारियों की टीमों का गठन कर क्षेत्र में रात्रि गश्त की जा रही हैं. गुलदार की सक्रियता के दृष्टिगत संवेदनशील स्थानों मे कैमरा ट्रैप लगाये जा रहे हैं, जबकि विभिन्न विद्यालयों में स्कूली छात्र-छात्राओं को भी सचेत कर सावधानी बरतने के लिए जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है.
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