राजस्थान

rajasthan

ट्रांसफर के बाद भी 11 लाख से ज्यादा किया भुगतान, सहायक परियोजना अधिकारी निलंबित - assistant project officer suspended

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jun 13, 2024, 7:34 PM IST

टीएडी विभाग की स्वच्छ परियोजना में सहायक परियोजना अधिकारी मुकेश पाटीदार ने ट्रांसफर के बावजूद 11 लाख से ज्यादा का भुगतान किया. इस आरोप के चलते उन्हें विभाग ने निलंबित कर दिया है.z

Assistant Project Officer suspended
सहायक परियोजना अधिकारी निलंबित (ETV Bharat Banswara)

बांसवाड़ा.टीएडी विभाग की स्वच्छ परियोजना में सहायक परियोजना अधिकारी के रूप में कार्यरत मुकेश पाटीदार को विभाग ने निलंबित कर दिया है. पाटीदार पर आरोप है कि पाटीदार का बांसवाड़ा से डूंगरपुर ट्रांसफर कर दिया गया था. बावजूद इसके उन्हाेंने लाखों रुपए के चैक साइन कर संस्थाओं व केंद्रों को भुगतान किया है. इसके लिए उन्होंने कुछ फाइलों को बांसवाड़ा से डूंगरपुर भी मंगवाया था.

उदयपुर स्थित स्वच्छ परियोजना निदेशक की ओर से 12 जून को जारी किए गए आदेश में बताया गया है कि वित्तीय गड़बड़ी के चलते सहायक परियोजना अधिकारी मुकेश पाटीदार को निलंबित किया गया है. उन्होंने पद का दुरुपयोग करते हुए ट्रांसफर होने के बाद भी कई संस्थाओं को 11 लाख से ज्यादा का पेमेंट किया. इसके चलते निलंबित किया गया है. निलंबन काल के दौरान उनका मुख्यालय उदयपुर रहेगा.

पढ़ें:नलकूप में लगाए घटिया पाइप, जलदाय विभाग ने सहायक अभियंता और कनिष्ठ अभियंता को किया निलंबित - Engineers suspended

गौरतलब है कि पाटीदार का 20 मार्च को बांसवाड़ा में संचालित स्वच्छ परियोजना के सहायक परियोजना अधिकारी के पद से डूंगरपुर स्थानांतरण कर दिया गया था. वहीं विभागीय सूत्रों का कहना है कि पाटीदार ने ट्रांसफर के बाद कुल 50 से ज्यादा चैक पर हस्ताक्षर किए हैं. इन चैक के जरिए कुल 11 लाख 35 हजार का पेमेंट हुआ है. इसी को विभाग ने गंभीरता से लेते हुए यह कार्रवाई की है. पाटीदार ने ज्यादातर पेमेंट मां-बाड़ी केंद्रों के प्रभारी के नाते किए थे.

पढ़ें:दो नवजात की मौत का मामला: एएनएम निलंबित, बीसीएमएचओ एपीओ, तीन डॉक्टरों सहित 13 को नोटिस - Action in Newborn death case

यह होते हैं मां-बाड़ी केंद्र:आदिवासी अंचल में बड़ी संख्या में ग्राम पंचायत पर छोटे स्कूलों का संचालन किया जाता है. जिनमें बच्चों को पौष्टिक भोजन के साथ ही आखर ज्ञान कराया जाता है. इनका संचालन बच्चों के घरों के आसपास ही किया जाता है जिससे उन्हें कहीं आना-जाना नहीं पड़े. स्वच्छ परियोजना के अंतर्गत आता है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details