पटनाः2025 में होनेवाले बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बिहार के सभी सियासी दलों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. जाहिर है कई मुद्दे भी सियासत के केंद्र में हैं. इन मुद्दों में जातीय जनगणना और बिहार में बढ़ाए गये आरक्षण को 9वीं अनुसूची में डालने का मुद्दा बड़ा होता जा रहा है. इन मुद्दों को लेकर तेजस्वी यादव के धरने और यात्रा को बिहार के संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने ढोंग करार दिया.
'जबरदस्ती श्रेय लेने की कोशिश': विजय कुमार चौधरी ने कहा कि सभी लोग जानते हैं कि जातीय जनगणना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सोच थी. बिहार विधानसभा में इसको लेकर सभी दलों ने अपनी सहमति दी थी जिसके बाद जातीय जनगणना कराई गयी. जातीय जनगणना के बाद आरक्षण भी बढ़ाया गया और इसे संविधान की 9वीं अनुसूची में डालने की अनुशंसा भी की गयी.
"फिलहाल आरक्षण का मामला सुप्रीम कोर्ट में चला गया है लेकिन सरकार को पूरा विश्वास है कि गरीबों के हक में सुप्रीम कोर्ट फैसला करेगा. ऐसे में इसको लेकर धरना और यात्रा निकालकर आरजेडी के लोग गरीबों से हमदर्दी का ढोंग कर रहे हैं.ये सारे लोग समझ रहे हैं. जातीय जनगणना किसके नेतृत्व में हुई ये भी सारे लोग जान रहे हैं. सरकार ने जब बढ़ा हुआ आरक्षण लागू किया तो अब लोगों को लग रहा है कि इसका श्रेय लेने में हमें किसी तरह घुसना चाहिए."-विजय कुमार चौधरी, संसदीय कार्य मंत्री
'विरोधियों का प्रयास सफल नहीं होगा':विजय कुमार चौधरी ने कहा कि जनता की अदालत में सब कुछ साफ है. जनता ये बात अच्छी तरह समझ रही है कि जो काम नीतीश कुमार के नेतृत्व में हुआ उसका अकारण और अनावश्यक रूप से श्रेय लेने की कोशिश हो रही है लेकिन ये कोशिश सफल नहीं होगी.
आरजेडी के कई नेता जेडीयू में हुए शामिल:इससे पहले पटना के जेडीयू ऑफिस में मिलन समारोह का आयोजन किया गया जिसमें समस्तीपुर के सराय रंजन से आए आरजेडी और कई दूसरे दलोंने नेताओं ने जेडीयू का दामन थाम लिया.इस मौके पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा के साथ मंत्री लेसी सिंह और जमा खान भी मौजूद थे.